6 और 7 जून को तेजप्रताप यादव ने वीडियो और फोटो जारी कर अपने अगले प्लान की तरफ इशारा किया है।
RJD (राष्ट्रीय जनता दल) से निकाले जाने के बाद तेजप्रताप यादव 11 जून के बाद बड़ा फैसला कर सकते हैं। 11 जून को लालू यादव का जन्मदिन है। उस दिन वह बधाई-शुभकामना देने के बहाने राबड़ी आवास जा सकते हैं।
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तेजप्रताप के करीबी का कहना है कि उनका पहला प्रयास अभी पार्टी के अंदर आने का है। किसी तरह से वह परिवार को कन्विन्स करना चाहते हैं। अगर फिर भी बात नहीं बनी तो अलग राह अपना सकते हैं।
शुक्रवार रात तेजप्रताप यादव ने अपने करीबी लोगों से सरकारी आवास में मुलाकात की और बंद कमरे में रणनीति बनाई। इसमें जनशक्ति जनता दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष बालेश्वर दास भी शामिल थे।
सूत्रों के मुताबिक, अगर परिवार में बात नहीं बनी तो तेजप्रताप जनशक्ति जनता दल को टेकओवर कर सकते हैं। इस पार्टी का गठन पिछले साल लोकसभा चुनाव के समय हुआ था। तब सियासी गलियारे में चर्चा थी कि पार्टी के पीछे तेजप्रताप हैं।
हालांकि, इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई, लेकिन दल के अध्यक्ष बालेश्वर दास से तेजप्रताप की मुलाकातें समय-समय पर होती रही है।
एक्सक्लूसिव रिपोर्ट में पढ़िए, तेजप्रताप आगे क्या कर सकते हैं…।
तेजप्रताप की वर्तमान स्थिति क्या हैः फिलहाल अनुष्का यादव के साथ फोटो-वीडियो वायरल होने के बाद लालू यादव ने तेजप्रताप को 25 मई को पार्टी से 6 साल के लिए निकाल दिया है। साथ ही उन्हें परिवार से भी बाहर किया है।
अगर पार्टी से उनका निष्कासन रद्द नहीं हुआ तो वह नवंबर में होने वाले विधानसभा चुनाव में RJD के सिंबल पर चुनाव नहीं लड़ सकते हैं।
6 जून को इस वीडियो को शेयर करते हुए लिखा- सारे सपने सच हो सकते हैं।
2 रणनीति पर एक साथ काम कर रहे तेजप्रताप
1. लालू यादव के दिल पिघलने का इंतजार
सूत्रों के मुताबिक, तेजप्रताप यादव को उम्मीद है कि अगले कुछ दिनों में पिता लालू यादव का मन पिघल सकता है। उनकी मां राबड़ी देवी ने इस पूरे प्रकरण पर कोई बयान नहीं दिया है। तेजप्रताप को उनका काफी करीबी माना जाता है। इसलिए उन्हें उम्मीद है कि मां लालू यादव को मना लेंगी।
पार्टी और परिवार से बेदखल होने के बाद तेजप्रताप ने संयम बरता है। उन्होंने सोशल मीडिया पर पोस्ट किया, ‘मेरे प्यारे मम्मी पापा….मेरी सारी दुनिया बस आप दोनों में ही समाई है….भगवान से बढ़कर है आप और आपका दिया कोई भी आदेश…आप है तो सबकुछ है मेरे पास….मुझे सिर्फ आपका विश्वास और प्यार चाहिए ना कि कुछ और…पापा आप नहीं होते तो ना ये पार्टी होती और ना मेरे साथ राजनीति करने वाले कुछ जयचंद जैसे लालची लोग।’
राजनीतिक विश्लेषक पुष्पेंन्द्र कहते हैं, ‘पार्टी से निष्कासित कर लालू यादव ने सबको यह संदेश दिया है कि अब आपको तेजस्वी का नेतृत्व ही स्वीकार करना होगा। सामने चुनाव है, ऐसे में वह ज्यादा रिस्क लेना नहीं चाहते थे।’
लालू यादव परिवारवाद के खिलाफ नहीं है, लेकिन वह चाहते हैं कि तेजस्वी का नुकसान नहीं हो, पार्टी का नुकसान नहीं हो। इसलिए तेजप्रताप आगे कोई बड़ा फैसला लें, कुछ नेताओं को तोड़ ले उससे पहले ही कड़ा एक्शन ले लिया।
2. नई पार्टी की कमान संभाल सकते हैं
अंदरखाने तेजप्रताप यादव अपनी दूसरी रणनीति पर भी काम कर रहे हैं। अगर परिवार में बात नहीं बनी तो वह अलग राह ले सकते हैं और नई पार्टी बना सकते हैं। इसके लिए उन्होंने शुक्रवार रात एक लेवल की बैठक अपने समर्थकों के साथ की है।
सूचना है कि जनशक्ति जनता दल के अध्यक्ष बलेश्वर दास ने बैठक में अपनी पार्टी तेजप्रताप को सौंपने का ऑफर दिया। इस पर उन्होंने 11 जून तक इंतजार करने को कहा।
जनशक्ति जनता दल का गठन लोकसभा चुनाव से पहले तेजप्रताप यादव के नजदीकियों ने किया था। लोकसभा चुनाव से पहले इसे पार्टी के रूप में मान्यता भी मिल चुकी है और हाजीपुर से एक प्रत्याशी चुनाव भी लड़ चुका है। बालेश्वर दास तेजप्रताप यादव के विधायक प्रतिनिधि रह चुके हैं।
24 मई की रात अनुष्का यादव के साथ फोटो-वीडियो वायरल हुआ। इसके बाद लालू यादव ने तेजप्रताप यादव पर कार्रवाई की।
विवाद लंबा चला तो भाजपा को हो सकता है फायदा
तेजप्रताप मामले पर राजनीतिक विश्लेषक ध्रुव कुमार कहते हैं, ‘अगर तेजप्रताप अलग पार्टी बनाते हैं तो सबसे अधिक नुकसान तेजस्वी यादव को होगा। मैसेज यही जाएगा कि बड़े भाई को तरजीह नहीं मिली। वे जो कुछ भी वोट काटेंगे, यादव वोट ही काटेंगे। तेजप्रताप को खुद बहुत फायदा हो या नहीं हो, लेकिन नुकसान जरूर पहुंचा देंगे। ओवरऑल फायदा बीजेपी को होगा।’
वहीं, सीनियर जर्नलिस्ट ओम प्रकाश अश्क कहते हैं, ‘तेजप्रताप के व्यवहार से लालू यादव को नुकसान हो रहा था। अगर वह अलग पार्टी भी बना लेते हैं तो कोई असर नहीं पड़ेगा।’
सीनियर जर्नलिस्ट किरनेश कुमार कहते हैं, ‘तेजप्रताप मामले का असर विधानसभा चुनाव पर पड़ सकता है। यह बात लालू यादव समझते हैं। तेजप्रताप समय-समय पर अपनी बात मनवाने के लिए दबाव डालते रहे हैं, लेकिन इस बार मामला नहीं सुलटा तो तेजस्वी की भी भद पिट सकती है। तेजप्रताप के पास कई राज हैं। भाजपा चाहेगी कि लालू परिवार में खटपट हो, जिसका फायदा उठाया जा सके।
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तेजप्रताप यादव अपनी कथित गर्लफ्रेंड अनुष्का यादव को लेकर वायरल हैं। RJD सुप्रीमो लालू यादव ने अपने बड़े बेटे तेजप्रताप को पार्टी और परिवार दोनों से ही बेदखल कर दिया है। तेजप्रताप का पत्नी ऐश्वर्या राय के साथ तलाक का केस चल रहा है। इसी बीच उनकी अनुष्का के साथ फोटो-वीडियो वायरल हुईं है, जिसे देखकर दावा किया जा रहा है कि दोनों शादी कर चुके हैं। पूरी खबर पढ़िए