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बंगाल की खाड़ी में नहीं बन रहा सिस्टम: झारखंड में मानसून प्रवेश में 8 दिन की देर संभव, आज से 13 जून तक बारिश के आसार – Ranchi News


देश में इस बार समय से सात दिन पहले 24 मई को ही मानसून की एंट्री हो गई। इसे देखकर उम्मीद जताई गई थी कि झारखंड में 6 जून तक मानसून आ जाएगा। लेकिन बंगाल की खाड़ी में पिछले कुछ दिनों से कोई सिस्टम न बनने के कारण मानसून अटक गया। आमतौर पर 12 जून तक झारखंड म

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20 जून तक एंट्री की उम्मीद

मौसम विज्ञान केंद्र रांची के निदेशक अभिषेक आनंद ने बताया कि अब हवा का रुख बदल रहा है। 16 जून तक बंगाल की खाड़ी में सिस्टम बनने की संभावना है। सिस्टम मजबूत हुआ तो मानसून की चाल तेज होगी।

राज्य में 13 जून तक बारिश होती रहेगी पर इस दौरान अधिकतम पारा चढ़ा ही रहेगा।

अब 20 जून तक मानसून के झारखंड में एंट्री की उम्मीद है। इसके बाद पांच-छह दिन के भीतर यह पूरे राज्य को कवर कर ​लेगा। पिछले साल भी राज्य में 21 जून को मानसून ने प्रवेश किया था। इस बार भी ऐसी ही उम्मीद है। अगर ऐसा हुआ तो खेती पर असर पड़ेगा।

आज से 13 जून तक बारिश के आसार

मानसून का इंतजार कर रहे झारखंडवासियों को एक बार फिर गर्मी सताएगी। क्योंकि, अगले दो दिनों में अधिकतम तापमान में 4 डिग्री तक बढ़ोतरी की संभावना है। हालांकि, इस दौरान कई क्षेत्रों में हल्की बारिश भी होगी।

मौसम केंद्र के अनुसार गोड्‌डा, जामताड़ा, पाकुड़, साहिबंगज, रांची, बोकारो, गुमला, हजारीबाग, खूंटी सहित अन्य जिलों में बारिश हो सकती है। 9 जून को पलामू, चतरा, कोडरमा, लातेहार को छोड़कर अन्य जिलों में कहीं-कहीं हल्की बारिश की संभावना है।

10 और 11 जून को भी बारिश

10 और 11 जून को राज्य के कुछ स्थानों पर गर्जन के साथ हल्के से मध्यम दर्जे की बारिश हो सकती है। इस दौरान 30 से 40 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवा भी चलेगी। मौसम केन्द्र ने दो दिनों के लिए यलो अलर्ट जारी किया है। इधर, राजधानी रांची में 13 जून तक रोजाना हल्के से मध्यम दर्जे की बारिश होने की संभावना जताई गई है। इस दौरान अधिकतम तापमान 36 डिग्री सेल्सियस तक जा सकता है।

10 से पुरवैया हवा चलेगी, इससे बारिश की संभावना

मौसम केन्द्र के मुताबिक अभी पछुआ हवा चल रही है। पछुआ हवा अरब सागर से होते हुए बंगाल की खाड़ी तक जा रही है। इस वजह से पुरवैया हवा कमजोर पड़ गई है। ऐसे में नमीयुक्त बादल नहीं बन रहा है।

इससे मानसून पर ब्रेक लग गया है। पुरवैया हवा तेज होने से नमी वाला बादल बनता है। 10 जून से पुरवैया हवा चलने से हल्की बारिश की संभावना है। इसके बाद एक सिस्टम बनता है तो मानसून तेजी से बढ़ेगा।



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