कांग्रेस और भाजपा नेताओं ने अलग-अलग तरीके से मनाया एक मई दिवस
1 मई को मजदूर दिवस के दिन जहां पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल सहित कांग्रेसी नेताओं ने बोरे बासी खाकर बोरेबासी दिवस मनाया तो वहीं दूसरी तरफ भाजपा नेताओं ने मजदूर दिवस को अनोखे ढंग से मनाया। दुर्ग जिले की जिला पंचायत अध्यक्ष सरस्वती बंजारे खुद मनरेगा क्
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जिला पंचायत अध्यक्ष ने मजदूरों के धोए पैर, किया स्वागत
ढौर गांव में जाकर जिला पंचायत अध्यक्ष सरस्वती बंजारे ने श्रमिक दिवस मनाया। वो उस तालाब में पहुंची जहां मजदूर मनरेगा के तहत काम कर रहे थे। उन्होंने मजदूरों से मुलाकात की। इसके बाद वहीं जमीन में बैठकर उनका हालचाल जाना। इसके बाद उन्होंने मजदूरों कार्यक्रम स्थल में बुलाया। उन्हें नाश्ता करवाया गया। साथ साथ मजदूरों का पैर धोकर उन्हें छत्तीसगढ़ी गमछा और माला पहनाई गई।
जिला पंचायत अध्यक्ष मजदूरों के साथ मनरेगा काम करते हुए
इस दौरान गांव के लोगों ने जिला पंचायत अध्यक्ष के सामने कुछ मांगे भी रखीं। उन्होंने कहा कि गांव में पानी की टंकी बना दी गई है, लेकिन पानी नहीं आ रहा है। इस पर सरस्वती बंजारे ने एक महीने के अंदर पानी की समस्या को बोर के जरिए दूर करने का आश्वासन दिया। कुछ युवकों ने मोबाइल टॉवर लगाने की मांग की। इस पर इसे संबंधित विभाग में भेजने का आश्वसन उन्होंने दिया है।
पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने खाया बोरेबासी
कांग्रेसियों ने मनाया बोरेबासी दिवस
इसके साथ ही पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कांग्रेसी नेताओं के साथ मिलकर एक मई को बासी खाकर बोरेबासी दिवस के रूप में मनाया। वो तय कार्यक्रम के तहत भिलाई सेक्टर 6 महापौर नीरज पाल के निवास गए। इसके बाद उन्होंने वहां बने डोमशेड के नीचे सभी कांग्रेस नेताओं के साथ बैठकर बोरे बासी खाया।
उनके साथ भिलाई महापौर नीरज पाल, जिलाध्यक्ष मुकेश चंद्राकर, पूर्व महापौर नीता लोधी, धर्मेंद्र यादव सहित कई बड़े नेता मौजूद थे। सभी एक साथ शेड के नीचे बैठे। उसके बाद आपसी मंथन होने के बाद पूर्व मुख्यमंत्री वहां से ले गए।