Increase Gains : कई लोग अपने जीवन में बहुत मेहनत करते हैं, दिन-रात लगे रहते हैं, लेकिन फिर भी वह नतीजे नहीं मिलते जिनकी उन्हें उम्मीद होती है. सवाल यह उठता है कि जब मेहनत पूरी लगन से की जा रही है, तो फिर ज़िंदगी में आगे बढ़ने में रुकावट क्यों आती है? इसका जवाब सिर्फ कर्म में नहीं, बल्कि आपके घर की बनावट और उसमें मौजूद ऊर्जा में भी छिपा हो सकता है. वास्तु शास्त्र के अनुसार, आपके घर की वेस्ट दिशा यानी पश्चिमी दिशा, जीवन में मिलने वाली गेंस से जुड़ी मानी जाती है. इस विषय में अधिक जानकारी दे रहे हैं इंदौर निवासी ज्योतिषी, वास्तु विशेषज्ञ एवं न्यूमेरोलॉजिस्ट हिमाचल सिंह.
वास्तु के अनुसार, वेस्ट दिशा का सीधा संबंध उस ऊर्जा से है जो किसी भी काम में लाभ, परिणाम और तरक्की दिलाने में मदद करती है. अगर इस दिशा में कोई रुकावट, गड़बड़ी या गलत रंग मौजूद हो, तो वह मेहनत के फल को रोक सकता है.
कौन-से रंग करते हैं नुकसान?
अगर आपके घर की वेस्ट दिशा में लाल या हरे रंग की दीवारें, पर्दे, शो-पीस या लाइट्स हैं, तो ये रंग वहां की ऊर्जा को कमज़ोर कर सकते हैं. लाल रंग ऊर्जा को उग्र करता है, जबकि हरा रंग शांति से जुड़ा होता है. लेकिन वेस्ट दिशा के लिए ये दोनों ही रंग अच्छे नहीं माने जाते. ये आपकी मेहनत को सही दिशा में बहने से रोक सकते हैं.
1. वेस्ट दिशा से लाल और हरे रंग को हटाएं – अगर दीवारें इन रंगों में हैं तो उन्हें हल्के सफेद, क्रीम या मिट्टी के रंगों में बदल दें.
2. सफेद रंग की स्पॉटलाइट लगाएं – एक सादी सफेद रोशनी वाली स्पॉटलाइट, जो ऊपर से नीचे की ओर प्रकाश डालती हो, वेस्ट दिशा में लगाएं. यह उपाय उस क्षेत्र की ऊर्जा को फिर से सक्रिय करने में मदद करता है.
3. क्लटर न रखें – वेस्ट दिशा में भारी फर्नीचर, कबाड़ या अनावश्यक सामान न रखें. साफ-सुथरा और हल्का माहौल बनाए रखें.
नतीजे क्या होंगे?
इन छोटे लेकिन असरदार उपायों से आपकी मेहनत सही दिशा में बहने लगेगी. जो रुकावट पहले कामयाबी को रोक रही थी, वह दूर होगी. अगर यह उपाय ईमानदारी से और विश्वास के साथ किए जाएं, तो कुछ ही समय में फर्क महसूस होने लगता है.