कैलारस शक्कर कारखाने की भूमि नीलामी के विरोध में किसानों और युवाओं ने सोमवार को सत्याग्रह और जेल भरो आंदोलन का आह्वान किया है। विधायक पंकज उपाध्याय ने आंदोलन की अगुआई करते हुए सरकार पर किसानों के हितों की अनदेखी का आरोप लगाया है। क्षेत्र के अन्य जनप्
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मध्य प्रदेश के कैलारस क्षेत्र का शक्कर कारखाना बीते 13 सालों से बंद पड़ा है। सरकार के कारखाने की भूमि नीलाम करने के निर्णय से किसानों और युवाओं में भारी आक्रोश है। विधायक पंकज उपाध्याय ने आरोप लगाया कि किसानों के लंबे समय से चल रहे धरने के बावजूद सरकार ने कोई कदम नहीं उठाया।
मंगलवार को जेल भरो आंदोलन
इसके विरोध में मंगलवार सुबह 10 बजे कारखाने पर सत्याग्रह किया जाएगा और 11 बजे से जेल भरो आंदोलन शुरू किया जाएगा। विधायक पंकज उपाध्याय ने कहा कि केंद्र सरकार की ओर से बंद पड़े कारखानों को फिर चालू करने के लिए 10,000 करोड़ रुपए के प्रावधान किए गए हैं, लेकिन राज्य सरकार की इच्छाशक्ति की कमी के चलते कैलारस शक्कर कारखाने को चालू करने की कोई पहल नहीं हो रही।
कल यानि मंगलवार को होगी नीलामी।
केंद्र की रिपोर्ट में कारखाना शुरू करने की संभावनाएं
कम्युनिस्ट नेता गयाराम धाकड़ ने बताया कि नेशनल शुगर फेडरेशन ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि कैलारस शक्कर कारखाना मात्र 30 करोड़ रुपए की लागत से चालू किया जा सकता है। रिपोर्ट में कारखाने की मशीनरी को आधुनिक करने और उत्पादन क्षमता 1,200 टन से बढ़ाकर 2,000 टन करने की सिफारिश की गई है, लेकिन यह प्रस्ताव अभी तक क्रियान्वित नहीं हुआ।
अंबाह के विधायक देवेंद्र सकवार ने कहा कि प्रदेश सरकार केवल निवेश मीट पर ध्यान दे रही है लेकिन स्थानीय उद्योगों को पुनर्जीवित करने की ओर कोई कदम नहीं उठाया गया। वहीं, पूर्व विधायक मनीराम धाकड़ और बैजनाथ कुशवाहा ने कहा कि शक्कर कारखाने के साथ एथेनॉल और अन्य उत्पादों के प्लांट लगाए जा सकते हैं, जिससे किसानों और युवाओं को आर्थिक लाभ मिलेगा।
सोमवार को सत्याग्रह आंदोलन के आह्वान में किसानों और युवाओं का बड़ा समर्थन देखने को मिल रहा है। कांग्रेस जिलाध्यक्ष मधुराज तोमर ने कहा कि मुरैना जिले में शक्कर उद्योग के विस्तार से रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे। पूर्व जिला अध्यक्ष भगवान सिंह तोमर ने इसे किसानों और युवाओं के अस्तित्व की लड़ाई बताते हुए बढ़-चढ़कर हिस्सा लेने की अपील की है।