खरगोन जिले में स्वास्थ्य विभाग ने नॉन अल्कोहलिक फैटी लिवर डिजीज को नियंत्रित करने के लिए ‘स्वस्थ यकृत मिशन’ की शुरुआत की है। इस मिशन के तहत 30 से 65 वर्ष की आयु के लोगों की स्क्रीनिंग की जा रही है।
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आंगनवाड़ी और आशा कार्यकर्ता घर-घर जाकर लोगों का वजन, ऊंचाई और कमर का माप ले रहे हैं। विभाग ने पुरुषों में 90 सेंटीमीटर और महिलाओं में 80 सेंटीमीटर से अधिक कमर को हाई रिस्क की श्रेणी में रखा है। जिले में अब तक लगभग 30 हजार लोगों की स्क्रीनिंग पूरी हो चुकी है।
सीएमएचओ डॉ. एमएस सिसोदिया ने बताया कि मोटापे के कारण फैटी लिवर के लक्षण वाले मरीजों की जिला स्तर पर स्क्रीनिंग की जा रही है। हाई रिस्क वाले मरीजों को विशेषज्ञ डॉक्टर काउंसलिंग और जीवनशैली और खानपान संबंधी सलाह देंगें।
घर-घर जाकर लोगों का वजन, ऊंचाई और कमर का माप ले रही आशा कार्यकर्ता।
9 ब्लॉक में 3 हजार लोगों की जांच पूरी
जिले के सभी 9 ब्लॉक में यह सर्वे जारी है, जहां प्रत्येक ब्लॉक में 3 हजार से अधिक लोगों की जांच पूरी हो चुकी है। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, उप स्वास्थ्य केंद्र और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर भी स्क्रीनिंग की सुविधा उपलब्ध है।
लोगों को दी यह सलाह
स्वास्थ्य विभाग ने लोगों को स्वस्थ रहने के लिए कुछ महत्वपूर्ण दिशा-निर्देश जारी किए हैं। इनमें नियमित व्यायाम करना, प्रतिदिन 500 ग्राम सब्जी-फलों का सेवन, तले-भुने और मैदे के उत्पादों से परहेज, मीठे और तेल का सीमित उपयोग शामिल है। विभाग ने रात को सोने से 3 घंटे पहले भोजन करने और शराब से दूर रहने की भी सलाह दी है।