कार से दूल्हे की बारात ले जानी पड़ी।
शहर में अक्षय तृतीया के शुभ मुहूर्त पर जहां सैकड़ों विवाह समारोह धूमधाम से संपन्न हुए, वहीं बोहरा मस्जिद के पास एक बारात में अनोखा नजारा देखने को मिला। दूल्हे की सवारी के लिए लाई गई घोड़ी ने आगे बढ़ने से मना कर दिया, जिससे दूल्हे को कार से दुल्हन के
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जिले में इस शुभ मुहूर्त पर करीब 500 विवाह समारोह आयोजित किए गए। शहर के सभी मैरिज गार्डन एक माह पूर्व ही बुक हो चुके थे। हालांकि, शहर में मात्र पांच परिवारों के पास कुल 10 घोड़ियां होने के कारण कई बारातें बिना घोड़ी के ही निकलीं। परिस्थितियों के चलते घोड़ी मालिकों को एक ही दिन में चार से पांच बुकिंग लेनी पड़ीं।
बग्गी को वापस ले जाता बग्गी वाला।
बारात में हुआ विवाद
पठार मोहल्ला के एक युवक की बारात रात्रि लगभग 8 बजे निकली। जैसे ही बारात बोहरा मस्जिद के पास पहुंची, बग्गी खींच रही घोड़ी ने आगे बढ़ने से इनकार कर दिया। बग्गी संचालक के कई प्रयासों के बावजूद घोड़ी टस से मस नहीं हुई, जिससे दूल्हे को बग्गी से उतरना पड़ा।
कार से पहुंचा दूल्हा
घोड़ी के हठ के चलते बारातियों ने तत्काल निर्णय लिया और दूल्हे को कार में बिठाकर दुल्हन के घर ले गए। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, इस घटना से कई बाराती नाराज हो गए और उन्होंने बग्गी संचालक पर अपना आक्रोश व्यक्त किया। इस अप्रत्याशित घटना से बारात का आनंद कुछ फीका पड़ गया।