गुरुग्राम में हरियाणा प्रदेश कांग्रेस कमेटी (एचपीसीसी) द्वारा संगठन सृजन अभियान कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री कैप्टन अजय यादव ने भी शिरकत की। मुख्यमंत्री द्वारा कांग्रेसियों को लंगड़े घोड़े कहे जाने के सवाल
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अनिल विज के बयान के जवाब में उन्होंने कहा कि अनिल विज की बात को मैं सीरियस नहीं लेता। वे अपने गिरेबान में झांककर देखें। आरएसएस के लोगों ने अंग्रेजों की दलाली की थी। देश की आजादी में कांग्रेस ने हिस्सा लिया था।
उन्होंने कहा कि एक महीने के भीतर जिलाध्यक्ष का नाम घोषित कर दिया जाएगा। कार्यकर्ताओं में जोश दिखाई दे रहा है और आने वाले समय में कांग्रेस संगठन मजबूत होगा।
जिलाध्यक्ष के लिए 100 आवेदन
दरअसल नए जिलाध्यक्ष की नियुक्ति को लेकर कांग्रेस भवन में आब्जर्वरों ने बैठक रखी थी। जिसमें कार्यकर्ताओं से आवेदन लिए जा रहे हैं। इस बैठक में प्रदेश सह प्रभारी जितेंद्र बघेल, केंद्रीय ऑब्जर्वर सीजी चंद्रशेखर, पीसीसी ऑब्जर्वर रामनिवास घोड़ेला, लखन सिंगला और देवेश कुमार पहुंचे। इस दौरान 100 से ज्यादा कार्यकर्ताओं ने अपने आवेदन जमा किए। इसी दौरान कैप्टन अजय यादव ने विवादास्पद बयान दिया। दरअसल उम्र की पाबंदी के कारण कैप्टन अजय यादव जिलाध्यक्ष की दौड़ से बाहर हो चुके हैं।
युवा और महिलाओं पर विशेष फोकस
पार्टी ने इस बार युवा कार्यकर्ताओं और महिलाओं को संगठन से जोड़ने की ठोस रणनीति बनाई है। उम्र की पाबंदी के चलते कई दिग्गज नेता दौड़ से बाहर हो गए हैं। जिससे युवा चेहरों में जोश और उत्साह देखा जा रहा है। कांग्रेस सूत्रों के अनुसार 40 से ज्यादा कार्यकर्ता जिलाध्यक्ष पद के लिए दावेदारी पेश कर रहे हैं। यह संख्या गुरुग्राम में पार्टी के बढ़ते प्रभाव और कार्यकर्ताओं की सक्रियता को दिखाती है।
गुरुग्राम इसलिए है खास
ऑब्जर्वर देवेश ने बताया कि गुरुग्राम न केवल हरियाणा का आर्थिक केंद्र है, बल्कि इसकी राजनीतिक गतिविधियां पूरे राज्य में असर डालती हैं। संगठन सृजन अभियान के तहत गुरुग्राम में शुरू की गई यह पहल कांग्रेस को मजबूत करने की दिशा में मील का पत्थर साबित हो सकती है।
बैठक में जिलाध्यक्ष की नियुक्ति के साथ-साथ स्थानीय मुद्दों जैसे ट्रैफिक जाम, जल संकट और इन्फ्रास्ट्रक्चर की कमी पर भी चर्चा होगी। जिन्हें पार्टी अपनी रणनीति का हिस्सा बनाएगी।
कांग्रेस की नई रणनीति
पिछले कुछ वर्षों में गुरुग्राम में कांग्रेस का प्रदर्शन कमजोर रहा है, लेकिन अब पार्टी इस स्थिति को बदलने के लिए पूरी ताकत झोंक रही है। बूथ स्तर पर संगठन को मजबूत करने, स्थानीय मुद्दों को उठाने और युवा-महिला कार्यकर्ताओं को आगे लाने की रणनीति से कांग्रेस गुरुग्राम में नई जमीन तैयार कर रही है।
गुटबाजी न हों तो कांग्रेस को फायदा
राजनीति विश्लेषक प्रदीप नरूला ने बताया कि यह अभियान न केवल गुरुग्राम बल्कि पूरे हरियाणा में कांग्रेस की स्थिति को मजबूत करने की दिशा में एक बड़ा कदम हो सकता है। मंगलवार की बैठक के नतीजे और नए जिलाध्यक्ष का चेहरा तय करने में पार्टी की यह पहल कितनी कारगर होगी, यह आने वाला वक्त बताएगा, लेकिन जिस तरह से कांग्रेस ने तैयारियां की है, उससे कहीं न कहीं पार्टी को फायदा होने की उम्मीद है। बशर्ते गुटबाजी हावी न हों।