सोनू उर्फ गुलफाम हेमा भारती (बदला हुआ नाम) पर धर्म परिवर्तन कर निकाह का दबाव बना रहा था। लेकिन हेमा भारती गुलफाम को पसंद नहीं करती थी। इसलिए उसने मौत को गले लगा लिया। गुलफाम ने हेमा भारती को इतना परेशान कर दिया कि उसने फांसी लगाकर अपनी जीवन लीला समाप
.
किराए के मकान में रहकर पढ़ाई कर रही थी हेमा
बरेली के बारादरी के हरुनगला में किराए के मकान में रहकर 24 साल की हेमा भारती अपने परिवार का सहारा बनना चाहती थी। गांव से दूर शहर आकर उसने कौशल विकास योजना के तहत सिलाई कढ़ाई सिख रही थी और बीटीसी भी कर रही थी। गरीब परिवार से हेमा भारती टीचर बनकर अपने मां बाप का हाथ बटाना चाहती थी। लेकिन उसे क्या पता कि वो जिसके साथ रह रही थी वही उसकी जान का दुश्मन बन जाएगा।
हेमा की हो चुकी थी सगाई, कुछ दिनों बाद होनी थी शादी
हेमा भारती सोनू उर्फ गुलफाम नाम के लड़के के साथ बरेली में रह रही थी। इसी बीच हेमा के परिवार वालों ने अपनी ही बिरादरी में एक लड़के से हेमा का रिश्ता तय कर दिया था। कुछ दिनों पहले ही उसकी सगाई हुई थी। उसके घर वालों ने बताया कि हेमा इस रिश्ते से खुश थी। जल्द ही उसकी शादी भी करने वाले थे। जैसे ही गुलफाम को इस रिश्ते के बारे में पता चला तो वो उसे परेशान करने लगा और हेमा पर धर्म परिवर्तन और निकाह का दबाव बना रहा था।
हेमा के मामा बोले गुलफाम में छिपाई अपनी पहचान
हेमा के मामा ने बताया कि सोनू का असली नाम गुलफाम था। उसने अपनी पहचान छिपाई थी। उसकी वजह से ही उनकी भांजी की मौत हुई है। हेमा के पिता ने बताया कि जब उसकी सगाई तय हुई तो वो खुश थी। सगाई में उसे सलवार सूट मिला था उसने वो सिलने भी दे दिया था। अगर वो इस रिश्ते से खुश नहीं होती तो वो सलवार सूट सिलाई करने के लिए भी नहीं देती। हेमा गुलफाम को पसंद नहीं करती थी। वो धर्म परिवर्तन नहीं करना चाहती थी। लेकिन गुलफाम उस पर लगातार दबाव बना रहा था।
आरोपी को गिरफ्तार कर पुलिस ने भेजा जेल
वही इस मामले में बारादरी थाने के प्रभारी निरीक्षक सुनील कुमार ने बताया कि पीलीभीत जनपद के बीसलपुर के एक गांव की रहने वाली हेमा ने 20 दिसंबर को सोनू उर्फ गुलफाम से परेशान होकर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी। इस मामले में सोनू उर्फ गुलफाम के खिलाफ बारादरी थाने में मुकदमा दर्ज किया गया था। मंगलवार को आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।