गोंडा3 मिनट पहले
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गोंडा में जिलाधिकारी नेहा शर्मा राजस्व कार्यों की पारदर्शिता और समयबद्ध निस्तारण के लिए लगातार समीक्षा कर रही हैं। जहां लापरवाही करने वाले अधिकारियों और कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई भी की जा रही है। समीक्षा के दौरान अविवादित वरासत के आवेदनों के निस्तारण में देरी और लगातार किए जा रहे लापरवाही के कारण कारण तीन लेखपालों के खिलाफ विभागीय कार्रवाई की गई है।
तीनों लेखपालों के खिलाफ विभागीय कार्रवाई करते हुए इनके सेवा पंजिका में मध्यावधि विशेष प्रतिकूल प्रविष्टि(बैड एंट्री की कार्यवाही) दर्ज की गई है। कार्रवाई में आए लेखपालों में जय प्रकाश वर्मा (सिंहवापुर, तहसील-सदर), केशव चरन लाल (सीर बनकट) और राज कुमार पाण्डेय (पकवान गांव, तहसील-तरबगंज) शामिल हैं।
दरअसल 29 अप्रैल 2025 तक पोर्टल पर दिखाई गई स्थिति के अनुसार, इन लेखपालों ने नियत समय के बाद भी आवेदन पत्र लंबित रखे। यह उत्तर प्रदेश राजस्व संहिता की धारा-33 के तहत लापरवाही मानी गई है। जिलाधिकारी ने अपने आदेश में स्पष्ट किया है कि अविवादित वरासत के आवेदनों का समय पर निस्तारण शासन और राजस्व परिषद की प्राथमिकता है।
लेखपालों की इस लापरवाही से प्रशासनिक निर्देशों की अवहेलना के साथ जिले की छवि को भी नुकसान पहुंचा है। जिलाधिकारी ने लेखपालों को चेतावनी दी है कि भविष्य में ऐसी गलती दोहराने पर कठोर दंडात्मक कार्रवाई की जाएगी। तहसीलदारों को निर्देश दिया गया है कि वे इस आदेश की प्रति संबंधित लेखपालों को दें और तीन दिन के भीतर अनुपालन रिपोर्ट प्रस्तुत करें। उपजिलाधिकारी और मुख्य राजस्व अधिकारी को भी आवश्यक कार्रवाई के लिए सूचित किया गया है।