पूरे गांव में बिजली के खंभों और बल्लियों पर टंगी बिजली केबल की तरह पानी की पाइप लाइन, जो लोगों के घरों के बाहर से गुजरती है। ये नजारा इछावर नगर से 4 किमी दूर नयापुरा पंचायत का है। ऐसा इसलिए क्योंकि इस पंचायत में वर्षों से खासकर गर्मी के दिनों में जलस
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फिर क्या था गांव के कुछ लोगों ने इसके समाधान के लिए खुद आगे आने की ठानी। बिना सरकारी मदद के खेतों में बने ट्यूबवेल से गांव के बाहर तक पाइप लाइनों को जमीन में नाली खोदकर डाल दिया गया और गांव में आकर यह पाइप लाइन ओपन कर दी जो बिजली के खंभों व बल्लियों के सहारे घरों तक पहुंचाई गई। ग्राम के नकुल सिंह ठाकुर ने बताया कि गांव में लगभग हर घर में पाइप लाइन है।
जिन घरों के अंदर पाइप लाइन नहीं डाली गई है वहां पड़ोसियों से कनेक्शन ले रखा है। राजवीर वर्मा ने बताया कि गांव के लोग पंचायत पर निर्भर नहीं हैं। खेतों से पाइपलाइन डालने में 7 से 10 हजार का खर्चा आता है। वहीं पानी सप्लाई का समय निश्चित है। खेतों पर लगे ट्यूबवेलों से पानी लिया गया है उनकी संख्या 25 से अधिक है।
इन ट्यूबवेल पर लोग मोबाइल से सूचना देते हैं कि पानी सप्लाई शुरू कर दी जाए। जब घरों में पानी भर जाता है तो लोग मोबाइल से ही ट्यूबवेल पर मोटर बंद करने की सूचना दे देते हैं। इन ट्यूबवेल के सभी के अपने-अपने नंबर हैं। ग्रामीण बताते हैं कि गांव से दो जनपद सदस्य प्रेम भाई ठाकुर और ओपी वर्मा अध्यक्ष रह चुके हैं, लेकिन अभी तक नल-जल योजना के तहत पानी की टंकी का निर्माण नहीं हो पाया है।
पानी की समस्या के समाधान के लिए जनप्रतिनिधियों के आश्वासन ही मिलता रहा है। फिलहाल जहां चाह है वहां राह की कहानी नयापुरा के ग्रामीणों ने खुद के सहारे चरितार्थ की है।