घरौंडा में . रेलवे रोड पर सड़क के सेम्पल लेती टीम।
करनाल के घरौंडा की रेलवे रोड पर करीब दो साल पहले बनाई गई इंटरलॉकिंग सड़क की गुणवत्ता अब सवालों के घेरे में है। वार्ड-11 के पार्षद ने छह महीने पहले इस सड़क में खामियों की शिकायत की थी, जिसके बाद अब क्वालिटी कंट्रोल डिपार्टमेंट की टीम ने मौके पर पहुंचक
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अंबाला से पहुंची टीम ने इंटरलॉकिंग टाइल, मिट्टी, रेत और सीमेंट के सैंपल लेकर जांच के लिए लैब भेजे हैं। सैंपल रिपोर्ट आने के बाद विभाग अगली कार्रवाई करेगा। पार्षद का आरोप है कि निर्माण कार्य में घटिया सामग्री का प्रयोग हुआ है और लापरवाही से काम किया गया।
एक करोड़ से ज्यादा खर्च, फिर भी सड़क में खामियां
रेलवे रोड पर करीब 700 मीटर लंबी इंटरलॉकिंग सड़क का निर्माण करीब दो साल पहले किया गया था। इस सड़क पर एक करोड़ रुपए से ज्यादा की लागत आई थी। इसके बावजूद निर्माण के महज छह महीने बाद ही सड़क में खामियां नजर आने लगी थीं। पार्षद अमित गुप्ता ने सड़क की स्थिति को लेकर पीडब्ल्यूडी विभाग को शिकायत दी थी।
सैंपल लेने के लिए पहुंचे अधिकारी।
बार-बार शिकायत पर भी नहीं हुई कार्रवाई
पार्षद अमित गुप्ता ने बताया कि उन्होंने बार-बार पीडब्ल्यूडी विभाग को सड़क निर्माण की गड़बड़ियों को लेकर अवगत कराया। सड़क में उबड़-खाबड़पन, मिट्टी का प्रयोग, टाइलों की खराब फिटिंग जैसी कई समस्याएं बताई गईं। उन्होंने विभाग को यह भी बताया था कि निर्माण कार्य में नियमों की अनदेखी हो रही है, लेकिन अधिकारी सुनवाई नहीं कर रहे थे। जिसके बाद उन्होंने ऑनलाइन शिकायत दी और लगातार उसका फॉलोअप करते रहे।
इंटरलॉकिंग टाइल से लेकर रेत और मिट्टी के लिए गए सैंपल
क्वालिटी कंट्रोल की टीम ने रेलवे रोड पर पहुंचकर विभिन्न जगहों से सैंपल लिए। इनमें इंटरलॉकिंग टाइल, मिट्टी, रेत और सीमेंट शामिल हैं। टीम के साथ पीडब्ल्यूडी विभाग के अधिकारी भी मौजूद रहे। मौके पर कार्य की गुणवत्ता की जांच की गई।
सैंपल फेल हुए तो होगी कड़ी कार्रवाई
क्वालिटी कंट्रोल डिपार्टमेंट अंबाला के एसडीओ नरेश कुमार ने बताया कि यह कार्रवाई पार्षद अमित गुप्ता की शिकायत के आधार पर की गई है। उन्होंने कहा कि सैंपल लैब में जांच के लिए भेजे गए हैं। रिपोर्ट के आधार पर ही आगे की कार्रवाई होगी। अगर सैंपल फेल पाए गए तो संबंधित एजेंसी और जिम्मेदार अधिकारियों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।