चंडीगढ में अलग अलग पर्यटन स्थलों (टूरिस्ट स्पॉट्स) और सेक्टरों के अंदर लग रही अनधिकृत रेहड़ी-फड़ी से स्थानीय निवासी और दुकानदार परेशान चल रहे हैं। उन्होंने इसकी गुहार मेयर से लगाने का मन बना लिया था। हमने इस बारे में पहले भी खबर प्रमुख्रता से प्रकाशि
.
इस बार सेक्टर 17 के कुछ दुकानदारों जिनमें कमेटी के सदस्य सतपाल शर्मा ने तो यह तक कह डाला कि प्रशासन इसे स्मार्ट सिटी बनाना चाहता था लेकिन यह तो किसी और दिशा में जा रही है। वहीं एक अन्य दुकानदार गुप्ता का कहना था कि यहां पर सैक्टर 17 में रात के 9 बजे से रेहड़ी वाले आकर उनकी दुकानों के आगे बैठ जाते हैं और गंद भी मचाते हैं। वहीं एलांते मॉल जैसे बड़े अट्रैक्शन प्वांइट के आगे भी रेहड़ी फड़ी और ऑटो वालों के सड़क किनारे खड़े होने से आवाजाही में खलल पड़ रहा है। शहर की स्वच्छता पर सवाल खड़े होते हैं।
सेक्टर 17 में लगने वाली रेहड़ी फड़ी।
मेयर ने बुलाई मीटिंग
इसी सब के चलते कल 11 फरवरी यानि मंगलवार को चंडीगढ़ की नवनिर्वाचित मेयर ने सख्ती से निपटने का मन बना लिया है। उन्होंने कल सभी पार्टियों की मीटिंग इसी बारे में बुलाई है। और सेक्टरों को और सुंदर बनाने में क्या कदम उठाए जा सकते हैं इसके सुझाव उनसे मांगे हैं। इस पर काम करने के लिए अतिरिक्त फंड की व्यवस्था कैसे की जाए इस बारे में भी बात की जाएगी। उन्होंने इस बारे में पूरी प्रक्रिया को फॉलो करने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि किसी भी वेंडर के साथ गलत न हो जाए, इसलिए हमें बड़े संयम से सही तरीके और नियमों से ही इस समस्या का समाधान करना है।
वहीं डिप्टी मेयर औऱ सीनियर डिप्टी मेयर ने भी इसी बात पर जोर दिया है कि कहीं एक ही वेंडर लाइसेंस से कोई दो लोग तो रेहड़ी नहीं लगा रहे। एमसी ने कुछ लोगों को सरकारी परमिट के आधार पर रेहड़ी फड़ी या ठइया लगाने की इजाजत दी हुई है। इसके अलावा उनका कहना था कि कहीं कोई व्यक्ति ऐसा तो नहीं जिसके पास लाइसेंस हो ही न और वह रेहड़ी लगा रहा हो, ऐसा कोई उनके संज्ञान में आता है तो उस पर कार्रवाई होगी।