कुंदन पाल | ललितपुरकुछ ही क्षण पहले
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ललितपुर में एक बड़े चिटफंड घोटाले का मामला सामने आया है। एलयूसीसी चिटफंड कंपनी के खिलाफ कोतवाली सदर में धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया गया है। कंपनी के एमडी समीर अग्रवाल समेत 26 लोगों पर एफआईआर दर्ज की गई है। समीर अग्रवाल फरार है। पुलिस ने उसकी गिरफ्तारी के लिए 50 हजार रुपए का इनाम घोषित किया है। इस मामले में रवि तिवारी सहित 15 से अधिक आरोपी पहले से जेल में हैं।
मामला 2019 का है जब कस्बा बिरधा में एलयूसीसी की शाखा खोली गई थी। पीड़िता रेखा बरार की शिकायत के अनुसार, कंपनी के सतीश चंद्र जैन और अन्य लोगों ने दावा किया कि यह सोसाइटी आरबीआई से अधिकृत है। उन्होंने कम समय में दोगुना पैसा लौटाने का वादा किया।
कंपनी ने लोगों को विश्वास में लेने के लिए शाखाओं में एटीएम मशीन भी लगवाई और एटीएम वैन भी चलाई। इसमें समीर अग्रवाल, पंकज अग्रवाल, आरके शेट्टी, संजय मुदगल, श्रेयष तलपडे और परिक्षित पारसे शामिल थे।
रेखा ने अपने और रिश्तेदारों के पैसे कंपनी में निवेश किए। जब जुलाई 2024 में वह पैसे वापस मांगने गई, तो सतीश जैन और उनके साथियों ने उसे धमकी देकर भगा दिया। पीड़िता ने बताया कि लोगों ने अपने बच्चों के भविष्य और बुजुर्गों के इलाज के लिए घर की पूंजी और गहने बेचकर पैसे निवेश किए थे।
कोतवाली पुलिस ने सतीश चन्द्र जैन, आलोक जैन, रविशंकर तिवारी, सुरेन्द्रपाल सिंह, शैली बजाज तिवारी, विनोद तिवारी, राहुल तिवारी, शबाब रिजवी, हरदेव पटेल, महेश प्रसाद रजक, रिजवान, मुकेश जैन, नीरज जैन, द्वारिका झां, जगत सिंह, अशोक कुमार अहिरवार, मानसिंह अहिरवार, आलोक पाठक, जमाल अहमद खान समीर अग्रवाल, पंकज अग्रवाल, आर.के. शेट्टी, संजय मुदगल, श्रेयष तलपडे, परिक्षित पारसे पर एफआईआर दर्ज की गई है ।