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चैत्र नवरात्रि पर सिंगरौली के मंदिरों में विशेष पूजा-अर्चना: सूर्य को अर्ध्य देकर हुई दिन की शरुआत, विक्रमादित्य नाटक का मंचन भी हुआ – Singrauli News



हिंदू नव वर्ष विक्रम संवत्सर 2082 और चैत्र नवरात्रि आज रविवार से शुरू हो गए हैं। नवरात्रि के पहले दिन देवी दुर्गा के माता शैलपुत्री रूप की पूजा की जा रही है। लोगों ने सूर्य को अर्ध्य दे शंख और घंटी बजाकर नए साल के पहले का स्वागत किया। इसके बाद अपने-अ

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सिंगरौली में इस अवसर पर पर विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिला मुख्यालय बैढ़न के बेलौजी स्थित सामुदायिक भवन में विक्रमोत्सव समारोह आयोजित हुआ। कार्यक्रम की शुरुआत ब्रह्मा ध्वज वंदन से हुई।

इस अवसर पर सिंगरौली में पहली बार सम्राट विक्रमादित्य पर आधारित नाटक का मंचन किया गया। नाटक के लिए सुनील रावत और उनकी नाट्य मंडली विशेष रूप से सिंगरौली पहुंची।

मध्य प्रदेश की पंचायत एवं ग्रामीण विकास राज्य मंत्री राधा सिंह मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहीं। उन्होंने कहा कि सम्राट विक्रमादित्य ने हिंदू राष्ट्र की एक अलग परिभाषा गढ़ी। उज्जैन उनकी राजधानी थी, जिसे आज बाबा महाकाल की नगरी के नाम से जाना जाता है।

राज्यमंत्री ने बताया कि विक्रमादित्य का नाम सूर्य के समान पराक्रमी का प्रतीक है। उन्होंने शकों को पराजित कर उत्तर भारत में अपना साम्राज्य स्थापित किया। हिंदू कैलेंडर और सभी त्योहारों की तिथियां विक्रम संवत के अनुसार ही तय होती हैं।

कार्यक्रम में कलेक्टर चंद्रशेखर शुक्ला सहित अन्य प्रशासनिक अधिकारी भी मौजूद रहे। राज्यमंत्री ने बाहर से आए कलाकारों का सम्मान भी किया।



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