मृत छात्रा काजल कुमारी की फाइल फोटो।
भागलपुर में सबौर स्टेशन के पास चलती ट्रेन से फेंकी गई छात्रा काजल कुमारी की मौत के मामले में रेलवे प्रशासन ने कार्रवाई तेज कर दी है। मालदा मंडल की ओर से जारी प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया है कि घटना की विस्तृत जांच शुरू की गई है। इसमें सुरक्षा व्यवस्था
.
काजल कुमारी खगड़िया जिले के परबत्ता थाना क्षेत्र की रहने वाली थी। वह अपने माता-पिता और भाई-बहनों के साथ कामाख्या से पूजा कर लौट रही थी। मंगलवार की अहले सुबह जैसे ही ट्रेन सबौर स्टेशन के पास पहुंची, बदमाशों ने उसके परिवार से बैग छीनने की कोशिश की।
विरोध करने पर उन्होंने काजल को चलती ट्रेन से नीचे धकेल दिया।गंभीर रूप से घायल काजल को इलाज के लिए भागलपुर लाया गया, जहां उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई।
परिजनों ने लगाया मदद में देरी का आरोप
घटना के बाद काजल के परिजनों ने रेलवे प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाए। उनका कहना है कि घटना के बाद करीब एक घंटे तक वे आरपीएफ से मदद की गुहार लगाते रहे, लेकिन उन्हें केवल इंतजार करने को कहा गया। उनका दावा है कि यदि समय पर मदद मिलती, तो काजल की जान बच सकती थी।
रेलवे ने दी सफाई, बताया कार्रवाई का क्रम
रेलवे प्रशासन ने सफाई देते हुए कहा कि मंगलवार तड़के 2:48 बजे सबौर स्टेशन के पास गंगाजल एक्सप्रेस में चेन पुलिंग की गई थी। सूचना मिलते ही स्कॉर्ट टीम और ट्रेन मैनेजर मौके पर पहुंचे। घायल युवती को एलआरडी कोच में चढ़ाकर भागलपुर लाया गया, क्योंकि सबौर स्टेशन पर रात में चिकित्सा सुविधा उपलब्ध नहीं थी।
रेलवे ने कहा कि छात्रा को भागलपुर स्टेशन से परिजन निजी वाहन से मायागंज अस्पताल ले गए थे। फिलहाल दोषियों की पहचान और गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है। रेलवे ने यह भी स्पष्ट किया है कि किसी भी स्तर पर लापरवाही पाई गई तो संबंधित पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।