छिंदवाड़ा में शनिवार शाम को प्री-मानसून की पहली झमाझम बारिश ने शहर की व्यवस्थाओं की कमियां उजागर कर दीं। शाम चार बजे से शुरू हुई बारिश देर शाम तक रुक-रुक कर जारी रही। हालांकि बारिश से लोगों को उमस और गर्मी से राहत मिली, लेकिन नगर पालिका निगम की व्यवस
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बारिश के दौरान शहर की अधिकांश नालियां ओवरफ्लो हो गईं। पीजी कॉलेज रोड और मोहन नगर जैसे इलाकों में कई घरों में पानी घुस गया। नगर निगम द्वारा नालियों की नियमित सफाई का दावा खोखला साबित हुआ। स्थानीय निवासियों ने जलभराव के वीडियो सोशल मीडिया पर साझा कर विरोध जताया और जिम्मेदार अधिकारियों से जवाब-तलब किया है।
बारिश के साथ ही शहर की विद्युत व्यवस्था भी बेपटरी हो गई। कई इलाकों में बिजली गुल हो गई, जो करीब एक घंटे बाद ही बहाल हो सकी। विद्युत विभाग के नियमित मेंटेनेंस के दावों की भी पोल खुल गई। कई कॉलोनियों में शाम 4 बजे के बाद से बिजली आपूर्ति बाधित रही।
स्थानीय निवासी प्रहलाद यादव ने चिंता जताई कि जब प्री-मानसून की बारिश में ही ऐसे हालात हैं, तो मानसून में स्थिति और गंभीर हो सकती है। नागरिकों ने नगर निगम और बिजली विभाग से तत्काल सुधारात्मक कदम उठाने की मांग की है।
पहली बारिश ने ही स्पष्ट कर दिया है कि न तो नालियों की समुचित सफाई की गई है और न ही बिजली आपूर्ति को लेकर कोई ठोस तैयारी की गई है। इस स्थिति में आगामी मानसून के दौरान शहर की स्थिति और भी चिंताजनक हो सकती है।