24 जुलाई 2024 को हुई सैंपलिंग की कार्रवाई के दौरान विधायक पति और फूड अफसर का आमना-सामना हो गया था।
खंंडवा की जिस कचौड़ी में अफीम मिलाने की शंका जाहिर की गई थी, वह कचौड़ी लैब जांच में पास हो गई हैं। छोटे से गांव में होटल और कचौड़ी की बिक्री इतनी बढ़ी कि दुकानदार भी करोड़पति हो गया। फूड विभाग ने सैंपल लिए तो बवाल मच गया। विधायक पति मुकेश तनवे तक होटल सं
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ये मामला 24 जुलाई 2024 का हैं, इस दिन फूड सेफ्टी विभाग के इंस्पेक्टर राधेश्याम गोले ने खंडवा-पंधाना रोड़ पर सिरपुर गांव में जयश्री होटल पर पहुंचकर कचौड़ी के सैंपल लिए। एक शख्स ने शिकायत की थी कि इस कचौड़ी में अफीम की मिलावट हैं। उसे इसी दुकान की कचौड़ी खाने की आदत लग गई हैं।
शिकायत पर फूड सेफ्टी विभाग ने राजनीतिक हस्तक्षेप के बीच सैंपल लिए। उसी कचौड़ी की लैब जांच रिपोर्ट इसी मार्च महीने आई हैं। सैंपल को मानक स्तर का माना गया हैं।
बिना लाइसेंस दुकान संचालन का केस बनाया
4 मार्च 2025 को फूड सेफ्टी ऑफिसर संजीव मिश्रा ने अपर कलेक्टर न्यायालय में जयश्री होटल को लेकर एक प्रकरण दायर कराया। इसमें दुकानदार द्वारा बिना लाइसेंस दुकान संचालन करना बताया गया।
भास्कर ने मिश्रा से पूछा कि लाइसेंस का केस बनाने में इतनी लेटलतीफी क्यों?
मिश्रा ने बताया कि कचौड़ी के सैंपल की रिपोर्ट का इंतजार कर रहे थे। सैंपल में गड़बड़ी मिलती तो लाइसेंस और खाद्य सामग्री में मिलावट का अलग-अलग केस नहीं बना सकते थे। अब रिपोर्ट आई तो बिना लाइसेंस होटल संचालन किए जाने का प्रकरण दर्ज किया है। इस मामले में दुकानदार को नोटिस जारी हो चुका हैं।