अंकित श्रीवास्तव, जौनपुर4 मिनट पहले
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संस्थापक सदस्य बृजेश कुमार गुप्त की याचिका पर कोर्ट ने सभी प्रबंधकों को असंवैधानिक करार दिया।
जौनपुर के मुंगराबादशाहपुर स्थित हिंदू इंटर कॉलेज में बड़े पैमाने पर फर्जीवाड़े का मामला सामने आया है। 1923 में स्व. यमुना प्रसाद गुप्त द्वारा स्थापित इस कॉलेज के वर्तमान प्रबंधक विजय शंकर त्रिपाठी पर गंभीर आरोप लगे हैं।
त्रिपाठी ने जिला विद्यालय निरीक्षक से मिलीभगत कर फर्जी साधारण सभा के सदस्यों की सूची तैयार की। इतना ही नहीं, मृतक सदस्यों को भी उपस्थित दिखाकर फर्जी चुनाव कराया गया।
संस्थापक सदस्य बृजेश कुमार गुप्त की याचिका पर इलाहाबाद हाईकोर्ट ने 25 नवंबर 2022 को सभी प्रबंधकों को असंवैधानिक करार दिया। कोर्ट ने रजिस्ट्रार चिट्स एवं फर्म्स सोसायटी की अनुमोदित सूची से नए चुनाव कराने का आदेश दिया। लेकिन इस आदेश का पालन नहीं किया गया।
1985 से शुरू हुआ फर्जीवाड़ा 27 सितंबर 2020 को कराए गए फर्जी चुनाव का कार्यकाल 27 सितंबर 2023 को समाप्त हो चुका है। यह फर्जीवाड़ा 1985 से जयराम त्रिपाठी के कार्यकाल से शुरू हुआ। बाद में दयाशंकर पांडेय और विजय शंकर त्रिपाठी ने इसे जारी रखा।
सभी सदस्यों की सूची अवैध एडीएम और अपर पुलिस अधीक्षक की जांच कमेटियों ने 18 अक्टूबर 2021 और 3 जून 2021 को अपनी रिपोर्ट में पुष्टि की कि 27 सितंबर 2020 का चुनाव वैध नहीं है। चुनाव में प्रयोग की गई 1489 साधारण सभा सदस्यों की सूची भी अवैध पाई गई।
फर्जी हस्ताक्षर दिखाए गए चुनाव से पहले ही राम अछैबर पांडेय और गिरजाशंकर दूबे की मौत हो चुकी थी। फिर भी उनके फर्जी हस्ताक्षर चुनाव में दिखाए गए। इस मामले में एफआईआर दर्ज की गई है। दयाशंकर पांडेय द्वारा कार्यकाल को तीन से पांच साल बढ़ाने का प्रस्ताव भी फर्जी पाया गया।