सीहोर में टीबी वैक्सीनेशन कार्यक्रम को बड़ा झटका लगा है। स्वास्थ्य विभाग महज 10 प्रतिशत लक्ष्य ही हासिल कर पाया है। जिले में 5 लाख लोगों के टीकाकरण का लक्ष्य था, लेकिन केवल 50 हजार लोगों ने ही टीका लगवाया।
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मार्च 2024 में शुरू हुआ यह अभियान अब रोक दिया गया है। टीकाकरण अभियान में 18 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों को व्यस्क बीसीजी टीके लगाए जा रहे थे। इसमें 6 श्रेणियों के लोगों को शामिल किया गया था – टीबी मरीज, उनके संपर्क में रहने वाले व्यक्ति, 60 वर्ष से अधिक आयु के लोग, कुपोषित व्यस्क, धूम्रपान करने वाले और मधुमेह के मरीज।
टीकाकरण अधिकारी डॉ. मेहरवान सिंह के अनुसार, अभियान का सही प्रचार-प्रसार नहीं हो पाया। साथ ही लोगों में कोरोना वैक्सीन का डर भी बैठा हुआ है। इसी कारण उम्मीद से कम वैक्सीनेशन हुआ। स्थानीय निवासी फूल कुंवर बाई का कहना है कि उन्हें टीबी वैक्सीन के बारे में कोई जानकारी ही नहीं मिली।
जिले में 100 दिन में टीबी मुक्त सीहोर की कार्ययोजना बनाई गई थी। लेकिन प्रशासनिक स्तर पर भी अभियान को पर्याप्त समर्थन नहीं मिला। टीबी कार्यक्रम अधिकारी डॉ. जागेश्वर कोरी ने इस मामले में कोई जवाबदेही लेने से इनकार कर दिया है।