बेगूसराय में टाइगर मोबाइल के 3 जवानों को शराब बिक्री कराने के आरोप में 30 मई को उनके ही थाना के हाजत में बंद कर दिया गया था। आज तीनों को पेशी के लिए कोर्ट लाया गया था, जहां उन्होंने बखरी डीएसपी कुंदन कुमार पर कई गंभीर लगाए।
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टाइगर मोबाइल के गिरफ्तार जवान सिपाही नंबर-933 चंदन कुमार ने कहा, ‘हम लोगों पर गलत आरोप लगा है। हमें फंसाया जा रहा है। डीएसपी कहते थे, मोटा माल पकड़ कर हमको दो। हम लोग कहां से देंगे, इसलिए जान-बूझकर हम लोगों को फंसा रहे हैं।
कुंदन सर ने हमें दो दिन तक हाजत में बंद रखा। परिवार को सूचना भी नहीं दी। स्टेशन डायरी तक नहीं किया गया। डीएसपी ने मारकर हाथ तोड़ दिया। मेडिकल तक नहीं कराया जा रहा, एक्स-रे के लिए बोल रहे हैं। सीसीटीवी फुटेज की जांच हो तो पता चल जाएगा कि हमें कितने दिन हाजत में रखा गया था। कोई फोटो-वीडियो या बरामदगी नहीं हुई है। अगर है तो डीएसपी लाकर दिखाएं।’
हम लोग वर्दी में थे, ड्यूटी कर रहे थे, मार्केट में इसका CCTV फुटेज मिल जाएगा। डीएसपी कुंदन कुमार सिविल ड्रेस में आए और मारपीट करना शुरू कर दिया। शराब बेचने का आरोप लगाया। हमारी रनिंग ड्यूटी है, सब से बात करते हैं, जांच-पड़ताल करते हैं। ऐसे में हम लोगों को गिरफ्तार करना पूरी तरह से गलत है।
गिरफ्तार जवानों को पेशी के लिए कोर्ट लाया गया।
4 और तस्करों की गिरफ्तारी
तीनों गिरफ्तार जवान चंदन कुमार, शशि भूषण प्रसाद और मो. नियाज बखरी थाना के हैं। इनके इनपुट पर 4 शराब तस्करों को भी गिरफ्तार कर शनिवार को जेल भेजा गया है।
एसपी मनीष ने जारी विज्ञप्ति में कहा है कि बखरी थाना को 30 मई को सूचना मिली की बखरी थाना में ही कार्यरत सिपाही शशिभूषण प्रसाद, मो. नियाज और चंदन कुमार ने 28-29 मई की रात में विदेशी शराब को कहीं पर उतरवाया है और उसकी बिक्री के लिए एक गाड़ी के साथ सलौना (बखरी) स्टेशन के नजदीक खड़े हैं।
बखरी डीएसपी के नेतृत्व में बखरी थाना के पुलिस पदाधिकारी स्टेशन के पास पहुंचे तो तीनों को संदिग्ध स्थिति में पकड़कर थाना लाया गया। पूछताछ, तकनीकी अनुसंधान और जांच में 4 शराब तस्करों के साथ मिलीभगत सामने आई।
डीएसपी और एसपी से नहीं हुआ संपर्क
वहीं, गिरफ्तार जवानों के आरोप के संबंध में डीएसपी कुंदन से बात करने की कोशिश की गई, पर उन्होंने फोन नहीं उठाया। डीएसपी से संपर्क नहीं हुआ तो पुलिस अधीक्षक मनीष से बात करनी की कोशिश की गई, पर उनसे भी संपर्क नहीं हो सका।
इसी थाने के तीनों जवान हुए थे गिरफ्तार।
कार्रवाई के बाद डीएसपी ने क्या कहा था ?
वहीं, एक दिन पहले DSP ने बताया था कि टाइगर मोबाइल के जवानों को निलंबित करते हुए आगे की कानूनी कार्रवाई की जाएगी। इसकी प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। अनुसंधान में और भी बहुत कुछ खुलासा होने की संभावना है। सभी के बैकवर्ड और फॉरवर्ड लिंक खंगाले ले जा रहे हैं।
पुलिस सूत्रों के अनुसार धंधेबाजों ने बताया है कि दिनभर में चाहे जितनी शराब की बिक्री हो शाम में फिक्स रुपया और एक बोतल शराब टाइगर मोबाइल को देना पड़ता है। देर रात भी टाइगर मोबाइल के इस तीनों जवान के संरक्षण में एक पिकअप पर लोड 135 कार्टून विदेशी शराब मंगाया गया था, लेकिन थाना की गाड़ी देख पिकअप सहित कारोबारी को भगा दिया गया।