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तोमर-ब्रदर्स केस…मां बोली- खारुन आरती से दुश्मन बना लिए: छोटा बेटा संगत में बर्बाद हुआ; जानिए अंडे के ठेले से कैसे बनाई करोड़ों की संपत्ति? – Chhattisgarh News


रायपुर के सूदखोर तोमर ब्रदर्स के साथ अब पूरे परिवार पर पुलिस का शिकंजा कसता जा रहा है। हालांकि वीरेंद्र और रोहित तोमर फरार हैं, दोनों की तलाश पुलिस कर रही है। इस बीच दैनिक भास्कर की टीम तोमर बंधुओं के आलीशान बंगले पहुंची। तोमर बंधुओं से अपनों ने भी क

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यहां उनकी मां सुशीला सिंह तोमर ने दैनिक भास्कर से बातचीत कर कई खुलासे किए। उन्होंने रोते हुए कहा कि, छोटा बेटा बर्बाद हो गया था। बड़ा समाज सेवा कर रहा था। खारुन नदी में आरती कराना उसकी बड़ी भूल थी। इससे राजनीतिक दुश्मन पैदा कर दिए। सुशीला ने दोनों बेटों से सरेंडर करने की अपील की है।

इधर, छत्तीसगढ़ क्रांति सेना के प्रदेश अध्यक्ष अमित बघेल ने भी कई आरोप लगाए हैं। भास्कर से उन्होंने कहा कि, पुलिस ने तोमर बंधुओं को भागने का मौका दिया है। असली मर्द हैं, तो अब खारुन आरती करके दिखाए। सनातनी हैं तो भगौड़ा क्यों बने हैं। सब कुछ डिटेल में इस खबर में पढ़िए…

इंटरव्यू के दौरान रोते हुई तोमर ब्रदर्स की मां मां सुशीला सिंह तोमर।

सबसे पहले तोमर बंधुओं की मां से हुई बातचीत पढ़िए…

सवाल: अण्डे के ठेले से लेकर करोड़ों की संपत्ति कैसे बना ली?

जवाब: हां, ये सच है कि शुरुआत अण्डे के ठेले से हुई। इसके बाद हमने गुपचुप का ठेला लगाना शुरू किया। पैसे इकट्ठा कर एक ऑटो लिया। दूसरा ऑटो लिया। कई साल तक ऑटो चलाया। ऑटो बेचकर कार खरीदी। इसे टैक्सी के तौर पर चलाया।

सवाल: इन सबके बीच आपके दोनों बेटों के खिलाफ 21 से ज्यादा FIR दर्ज हुई, सभी गंभीर अपराध हैं। आपको जानकारी है?

जवाब: इतने सारे केस हैं, ये नहीं पता था मुझे। दोनों ने मुझे इसके बारे में कुछ नहीं बताया। सिर्फ छोटे बेटे के गोली कांड के बारे में मालूम था। तब भी मेरे बेटे ने गोली नहीं चलाई थी। उसने सिर्फ पिटाई की थी।

सवाल: सिर्फ अण्डा और गुपचुप ठेला लगाकर भी इतनी संपत्ति बना लेना प्रैक्टिकल नहीं लगता। आपके बेटे क्या काम करते हैं?

जवाब: ऐसे ही संपत्ति बनाई है। कोई गलत काम नहीं किया है। सभी तरह के सरकारी टैक्स, फीस सबकुछ चुकाया है। हां, प्रापर्टी खरीदने–बेचने का काम भी बड़ा बेटा करता है। इससे ज्यादा मुझे मालूम नहीं।

सवाल: आपके बड़े बेटे वीरेंद्र कई महीने तक जेल में रहे थे, उनसे पूछा नहीं क्या हुआ था?

जवाब: साल 2018 या 2019 की बात है, वो फल लेने जा रहा था। पुलिस ने बीच चौक पर उसकी गाड़ी रोक ली। इसके बाद तीन दिन उससे पूछताछ चली। जेल भी गया था, मैंने पूछा क्यों गया था जेल? उसने बताया था, किसी ने गलत कंपलेन लिखा दी थी। कंफ्यूजन हो गया था।

सवाल: पुलिस को आपके घर से कई कागज मिले हैं, लोगों ने मारपीट और जबरन वसूली के आरोप लगे हैं। क्या आपके दोनों बेटे अधिक ब्याज लोगों से वसूल रहे थे ?

जवाब: हां, सूद में पैसा देते थे। लोग मांगने आते थे, तो वो ब्याज में पैसा दिया करते थे। पूरी कागजी कार्रवाई होती थी। जो लोग ब्याज नहीं दे सकते थे, उन्हें पैसे नहीं लेने चाहिए थे। मुसीबत में हम ही काम आए थे।

सवाल: आप कह रही हैं कि आपने मुसीबत में लोगों की मदद की है, फिर आज क्यों एक भी आदमी आपके साथ नहीं खड़ा है?

जवाब: लोग आना चाहते हैं लेकिन पुलिस जबरदस्ती सबको डरा-धमका रही है। पुलिस के डर से कोई भी सामने नहीं आ रहा है। इतने बड़े घर में अब कोई नहीं। वीरान पड़ गया है।

सवाल: डर लग रहा है अब, पुलिस लगातार कार्रवाई कर रही है?

जवाब: बहुत डर लगता है। गेट की आवाज आती है, तो मन कांप जाता है। बच्चे घर से बाहर नहीं निकल पा रहे हैं। पुलिस कभी भी आ जाती है, सीधे घर के भीतर घूस जाती है। कुछ समझ नहीं आ क्या हो रहा।

सवाल: जो डर अभी आप महसूस कर रही हैं, वही डर कई लोग लंबे समय से आपके बेटों के कारण महसूस करते आ रहे हैं?

जवाब: नहीं, हमारे बच्चे ऐसे नहीं है। उन्होंने किसी के साथ जबरदस्ती नहीं की है। 5-6 लोग ऐसा कहने वाले होंगे भले लेकिन बहुत सारे नहीं हैं।

सवाल: आपके हिसाब से आपके बेटे कहीं गलत नहीं है। तो फिर पुलिस क्यों उनके पीछे पड़ी है?

जवाब: मैं ये नहीं कह रही कि सबकुछ सही है। छोटा बेटा पहले अच्छा था, लेकिन अब जहां जाता था, वहां विवाद हो जाता था। वो संगत में बर्बाद हो गया था। दोनों भाइयों के बीच इसलिए पिछले कई महीनों से बात भी नहीं हो रही थी। बड़े बेटे के पीछे लोग पड़े हैं, क्योंकि वो आरती करा रहा था। समाज सेवा कर रहा था। आरती के बाद से ही उसे धमकियां मिल रही थी।

सवाल: ऐसे तो आप लोगों पर भी कई बार छत्तीसगढ़िया लोगों को गाली देने का आरोप है?

जवाब: नहीं, ये गलत है। हम लोग 35 साल से छत्तीसगढ़ में रह रहे हैं। गाली कभी नहीं दी है। हम लोगों यहीं का खा-पी रहे हैं। जहां से सबकुछ मिला है। वहां के लोगों को ही गाली क्यों देंगे।

सवाल: आप का बड़ा बेटा समाज सेवा कर रहा था तो उसे घर में बंदूक रखने की क्या जरूरत थी, समाज सेवी का बंदूक से कैसा रिश्ता?

जवाब: बंदूक हमारी नहीं है। मुझे नहीं पता कि वो कहां से आई। घर पर कोई बंदूक है, इसकी जानकारी नहीं थी। ये सब पुलिस वालों ने किया है।

सवाल: गलत नहीं है तो फरार क्यों हैं? बेटों से कहेंगी कि लौट आइए?

जवाब: मैं चाहती हूं कि वो लौट आएं। परिवार पर मुसीबत है। जो भी है पुलिस के सामने पेश हों और सारी चीजें जल्द सुलझा लें।

क्रांति सेना के अध्यक्ष अमित बघेल ने पुलिस पर उठाए सवाल

तोमर बंधुओं पर लगातार कार्रवाई की मांग करते आ रहे छत्तीसगढ़ क्रांति सेना के अध्यक्ष अमित बघेल ने कहा है कि, पुलिस रेड से पहली वाली रात भी रोहित तोमर को पकड़ने गई थी। तब वीरेन्द्र तोमर ने उन्हें घर में जाने की इजाजत नहीं दी। इसके बाद अगले दिन पुलिस सर्च वारंट के साथ उनके घर पहुंची। तब तक दोनों फरार हो चुके थे।

जाहिर है कि तोमर बंधुओं को पुलिस की कार्रवाई की आशंका हो चुकी थी। ये सब दोनों भाइयों को भगाने के लिए ही पुलिस ने किया। पुलिस चाहती तो पहले ही सर्च वारंट लेकर उनके घर जाती। पुलिस ही नहीं राजनैतिक पार्टी से जुड़े कई लोग भी तोमर बंधुओं को संरक्षण दे रहे हैं। उन पर भी कार्रवाई होनी चाहिए।

पत्नी गिरफ्तार, तोमर ब्रदर्स फरार

बता दें कि, तोमर ब्रदर्स पर जबरन वसूली, मर्डर, मारपीट जैसे 21 से भी ज्यादा मामलों में FIR दर्ज है। फिलहाल दोनों भाई फरार हैं। पिछले दिन पुलिस ने करणी सेना के प्रदेश उपाध्यक्ष वीरेंद्र सिंह तोमर की पत्नी सुब्रा को भी गिरफ्तार कर लिया है। सुब्रा पर मीडिया कर्मियों से बदसलूकी का आरोप है। हालांकि, सुब्रा के वकील का आरोप है कि, पुलिस ने सुब्रा तोमर से हिरासत में मारपीट की है। रि-मेडिकल के लिए अप्लाई किया गया है।

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रायपुर के सूदखोरी तोमर ब्रदर्स के खिलाफ लगातार कार्रवाई चल रही है। मंगलवार की रात पुलिस ने वीरेंद्र तोमर और रोहित तोमर के दो करीबी के घर छापेमारी की। दोनों करणी सेना से जुड़े हुए हैं। जांच में पता चला है कि, दोनों तोमर ब्रदर्स के भरोसेमंद हैं और उनके सूदखोर के काम में सहयोगी है। पढ़ें पूरी खबर…



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