हरियाणा के रेवाड़ी में रहने वाले अन्नी नेहरा भारतीय सैन्य अकादमी की पासिंग आउट परेड में बेस्ट कैडेट चुना गया है। अन्नी नेहरा रेवाड़ी के टीकला गांव रहने वाला है। जिनकी 3 पीढ़ियों का नेता सेना से रहा है। पिता व दादा जाट रेजिमेंट के सैनिक रहे हैं।
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रेवाड़ी के 21 वर्षीय अन्नी नेहरा को सर्वश्रेष्ठ ऑल-राउंड कैडेट को प्रदान की जाने वाली प्रतिष्ठित स्वॉर्ड ऑफ ऑनर से सम्मानित किया गया। सिख लाइट इन्फैंट्री रेजिमेंट में कमीशन प्राप्त अन्नी एक ऐसे परिवार से हैं, जिसकी सैन्य परंपरा गौरवपूर्ण है। उनके पिता देवेंद्र नेहरा 7 जाट रेजिमेंट में सेवारत थे और हवलदार के पद से सेवानिवृत्त हुए थे। उनके दादा 9 जाट रेजिमेंट का हिस्सा थे, जिससे वे अपने परिवार में वर्दी पहनने वाले तीसरी पीढ़ी के व्यक्ति बन गए।
मिलिट्री स्कूल में हुई शिक्षा
टीकला गांव के रहने वाले अन्नी नेहरा की शिक्षा कर्नाटक के बेलगाम राष्ट्रीय मिलिट्री स्कूल से हुई। 2014 में लिखित परीक्षा के तहत उनका चयन छठी कक्षा में हुआ। 2021 में जब उन्होंने 12वीं कक्षा पास की, उसी समय उनका चयन एनडीए में हो गया था। पांचवीं कक्षा तक की पढ़ाई पड़ोस के गांव दुल्हेड़ा में हासिल की। तीन साल अलग-अलग-अकादमी में ट्रेनिंग के बाद एक साल देहरादून अकादमी में ट्रेनिंग की।
बचपन से ही सेना का सपना
अन्नी बचपन से ही सेना में बड़ा अफसर बनने का था, क्योंकि उनके दादा स्व. रामपत और पिता देवेंद्र दोनों सेना में हवलदार थे। दादा के चारों भाई आर्मी में थे। पिता को सेना की वर्दी में देखकर अन्नी भी सेना ज्वाइन करने के सपने देखने लगा था। उसी के चलते अन्नी के पिता ने मिलिट्री स्कूल में एडमिशन की तैयारी करवाई थी।
छोटा भाई भी NDA में चयनित
अन्नी के परिवार में एक छोटा भाई अंकुश है, जिसने बड़े भाई की राह पर चलते हुए कुंजपुरा स्थित मिलिट्री स्कूल से 12वीं तक की पढ़ाई करने के बाद 2023 में उसका भी चयन एनडीए में हो गया। वह अभी पुणे में ट्रेनिंग कर रहे हैं। अन्नी ने कहा कि उन्हें सेना में अफसर बनने की प्रेरणा दादा और पिता से मिली। उनकी मां सुमन गृहणी है।
माता-पिता बने परेड के गवाह मां सुमन और देवेंद्र खुद आइएमए की पासिंग आउट परेड के गवाह बने। देवेंद्र ने बताया कि पासिंग आउट परेड के दौरान बेस्ट कैडेट को मिलने वाले सम्मान का हर कैडेट ही नहीं, बल्कि स्वजन को भी बेसब्री से इंतजार रहता है। सुबह जब बेस्ट कैडेट के तौर पर अन्नी के नाम का ऐलान हुआ था तो खुशी का ठिकाना नहीं रहा। यह सब अन्नी की योग्यता, उत्कृष्ट नेतृत्व, और समर्पण का प्रतीक है।
पुरस्कार पर बोले, अन्नी नेहरा प्रतिष्ठित चेटवुड ड्रिल स्क्वायर पर सम्मान प्राप्त करते समय अन्नी नेहरा ने कहा कि यह पुरस्कार केवल मेरा नहीं है, यह मेरे परिवार, मेरे प्रशिक्षकों और पीढ़ियों से चले आ रहे मूल्यों का है। उन्हें मेरिट के क्रम में दूसरे स्थान पर रहने वाले अधिकारी कैडेट के लिए रजत पदक से भी सम्मानित किया गया। उनकी मां सुमन देवी ने कहा कि यह पल परिवार के लिए गौरव की बात है। उन्होंने कहा कि अन्नी अपने पिता और दादा दोनों को सेना में सेवा करते हुए देखकसपना अधूरा नहीं रहता, बशर्ते कठिन परिश्रम से गुजरना पड़ता है। ऐसा ही एक सपना मैंने भी बचपन में देखा था, जिसके लिए कठिन परिश्रम किया और परिणाम आज सबके सामने है। यह कहना है देहरादून स्थित भारतीय सैन्य अकादमी (आएमए) में शनिवार को पासिंग आउट परेड में स्वार्ड आफ आनर के साथ रजत पदक पाने वाले अन्नी नेहरा का। उन्हें देश सेवा का भाव विरासत में मिला है। चार साल की ट्रेनिंग के दौरान उत्कृष्ट प्रदर्शन के दम पर उन्हें यह मुकाम हासिल हुआ है।