रस्सा बांधकर शव को बाहर निकालने का प्रयास करते टीम सदस्य।
हरियाणा के रोहतक से तीन महीने से लापता मस्तनाथ संस्थान के फिजियोथेरेपिस्ट जगदीप (45) का शव सोमवार देर शाम चरखी दादरी जिले के पैंतावास कलां गांव स्थित कालूवाला जोहड़ से बरामद किया गया है। व्यक्ति को जमीन में 7 फीट से अधिक गहरा गड्ढा खोदकर खड़ा ही दफनाय
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रोहतक एसपी शशी शेखर की अगुआई में पहुंची सीआईए, एफएसएल और पुलिस टीम ने मृतक के परिजनों की मौजूदगी में शव को कड़ी मशक्कत के बाद गड्ढे से बाहर निकलवाकर बरामद किया था और अपने साथ रोहतक ले गई जहां पोस्टमॉर्टम करवाया जाएगा। जिसके बाद ही पूरी तरह से स्पष्ट हो पाएगा की उसकी हत्या किस प्रकार से की गई है। अपहरण कर लाए पैंतावास पुलिस ने शव को बरामद कर चौंकाने वाला खुलासा किया है। पुलिस के अनुसार, रोहतक की बाबा मस्तनाथ यूनिवर्सिटी में कार्यरत जगदीप का 3 माह पहले जनता कॉलोनी से 4 युवकों ने अपहरण कर लिया। इसके बाद पैंतावास कलां में ले जाकर जिंदा ही गड्ढे में गाड़ दिया। मामला अवैध संबंधों के शक का बताया जा रहा है। पुलिस ने गांव के दो युवकों हरदीप व धर्मपाल को हिरासत में लिया है। मुख्य आरोपी जिसकी पत्नी के साथ अवैध संबंध बताए जा रहे हैं वह अभी फरार है जिनकी पुलिस तलाश कर रही है। उसकी गिरफ्तारी के बाद हत्याकांड का पूरा खुलासा होगा।
रात को दादरी से शव को बरामद कर रोहतक ले जाते हुए पुलिस।
मुख्य आरोपी ने जगदीप के साथ पत्नी के फोटो देखे थे
पुलिस सूत्रों के अनुसार मूलरूप से झज्जर के मांडौठी गांव का रहने वाला जगदीप रोहतक की जनता कॉलोनी में एक महिला के मकान में किराए पर कमरा लेकर रहता था। वहीं उसकी पहचान जनता कॉलोनी की एक महिला से हुई, जिसकी शादी चरखी दादरी के पैंतावास कलां गांव में हुई थी। दोनों के बीच अवैध संबंध बन गए। इस बात की जानकारी महिला के पति को लगी।
वह रोहतक पहुंचा और जगदीप का मोबाइल चेक किया। उसमें पत्नी के साथ उसकी तस्वीरें देखीं। गुस्से में उसने हत्या की योजना बना ली। इसके बाद वह अपने गांव पैंतावास कलां लौटा और हत्या के लिए अपने साथी हरदीप,धर्मपाल और एक अन्य को साथ मिला लिया। इसके बाद अपहरण कर हत्या को अंजाम दिया गया।
शव निकालने के लिए टीम आने की सूचना मिलने पर मौके पर पहुंची ग्रामीणों की भीड़।
मोबाइल लोकेशन ने खोला राज,पैंतावास से जुड़े तार जगदीप 24 दिसंबर को आखिरी बार यूनिवर्सिटी गए थे। जब एक माह तक सुराग नहीं मिला तो ताऊ ईश्वर ने 3 फरवरी को शिवाजी कॉलोनी थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई। जांच में सामने आया कि 24 दिसंबर की शाम चार युवक उन्हें जनता कॉलोनी स्थित किराए के मकान से हाथ-पैर बांधकर गाड़ी में डालकर ले गए। पुलिस ने मौके से मोबाइल फोन का डंप डेटा उठाया तो पैंतावास कलां के युवकों की लोकेशन सामने आई। पुलिस ने गांव के दो युवकों को हिरासत में लेकर सख्ती से पूछताछ की। दोनों ने वारदात कबूल ली। उनकी निशानदेही पर पुलिस उस जगह पहुंची जहां जगदीप को जिंदा गाड़ा गया था।
शव निकालने में लगे कई घंटे आरोपियों की निशानदेही पर दादरी एएसपी शशी शेखर की अगुआई में व दादरी सदर थाना प्रभारी आईपीएस दिव्यांशी सिंगला की मौजूदगी में शव बरामद करने के लिए खुदाई का कार्य करवाया गया। हालांकि आरोपी ने व्यक्ति को दबाने वाली लोकेशन सही बता दी थी उसके बावजूद टीम को शव बरामद करने में घंटों लग गए। आरोपियों द्वारा शव को सात फीट से अधिक गहरा खोदकर सीधा गाड़ा गया था।
जब शव के कमर से नीचे तक का हिस्सा खोद लिया गया तो रस्सी बांधकर शव को बाहर निकालने का प्रयास किया गया लेकिन जमीन में दबा होने के कारण बाहर नहीं निकाला जा सका जिसके चलते नीचे तक खुदाई करने पर काफी समय लग गया और अंधेरा होने पर टॉर्च की रोशनी में खुदाई कर रस्सी से के सहारे शव को बाहर निकाला गया।
घटनास्थल पर पहुंची आईपीएस दिव्यांशी सिंगला व पुलिस टीम।
बोरिंग करने के बहाने खुदवाया गया था गड्ढा प्राप्त जानकारी के अनुसार पंचायती जमीन पर जो गड्ढा खुदवाया गया था वह बोरिंग करने के बहाने से खुदवाया गया था। ग्रामीणों ने बताया कि कालूवाला जोहड़ के गोरखधाम पर बीते कुछ माह से पुजारी नहीं रहता और उस ओर लोगों का आवाजाही भी कम है। प्राप्त जानकारी के अनुसार मामले का मुख्य आरोपी जो अभी फरार है वहीं यहां कुछ दिन से सेवक के तौर पर सुबह- शाम आता-जाता था।
मृतक जगदीप का फाइल फोटो।
लोगों का आवाजाही कम है जगदीप को पैंतावास कलां के जिस कालूवाला जोहड़ में दबाया गया था ग्रामीणों के अनुसार वह पंचायती जमीन है। कालूवाला जोहड़ का गोरखनाथ धाम जहां पर स्थित है वह काफी सुनसान जगह है। वहां पर लोगों का आना-जाना काफी कम है उस केवल सिंचाई आदि के लिए किसान ही जाते हैं। यह जगह गांव पैंतावास कलां से विपरीत दिशा में नेशनल हाईवे 148 बी से करीब तीन किलोमीटर दूर अंदर खेतों की ओर मानहेरू जाने वाले कच्चे रास्ते के समीप है। जगदीप को जहां गाड़ा गया था वह जोहड़ की जमीन के अंतिम छोर पर खेतों के रास्तें के साथ लगती जगह है जहां गाड़ी आसानी से ले जाई जा सकती है। शादीशुदा था मृतक
सोमवार शाम को पैंतावास कलां पहुंचे मांडोठी निवासी मृतक के चचेरे भाई अनिल ने बताया कि जगदीप शादीशुदा था। उसकी पत्नी व एक 6-7 साल की लड़की भी है। वह रोहतक में नौकरी करता था और किराए के मकान मे वहीं पर रहता था।
आरोपी की निशानदेही पर खुदाई कराते टीम, यहां पर ग्रामीणों व मीडिया को समीप नहीं जाने दिया गया।
माता-पिता की हो चुकी है मौत मृतक जगदीप के माता-पिता का निधन हो चुकी है। उसके ताऊ ईश्वर ने 3 फरवरी को रोहतक शिवाजी कॉलोनी में उसकी गुमशुदगी की शिकायत दर्ज करवाई थी जिसमें उसने बताया था कि उसके छोटे-भाई महेंद्र सिंह व उसकी पत्नी निर्मला का देहांत हो चुका है। उसका भतीजा जो रोहतक रहता है वह बिना बताए कहीं घर से चला गया है। उन्होंने अपने स्तर पर तलाश कर ली लेकिन उसके बारे में जानकारी नहीं मिली। उसने पुलिस से उसकी तलाश करने की गुहार लगाई थी। मामले की जांच जारीः एसएचओ शिवाजी कॉलोनी थाना एसएचओ दिलबाग सिंह ने बताया कि पैंतावास कलां निवासी धर्मपाल और हरदीप को गिरफ्तार किया गया है। उन्हीं की निशानदेही पर शव बरामद हुआ। मामले की जांच जारी है। ड्यूटी मजिस्ट्रेट नायब तहसीलदार दीपक धांगड़ ने बताया कि उन्हें ड्यूटी मजिस्ट्रेट नियुक्त किया गया था। मांडोठी निवासी जगदीप जो 24 दिसंबर से लापता था उनका शव पैंतावास कलां से बरामद किया गया।