धनबाद | 09 अप्रैल 2025:आईआईटी-आईएसएम में पंचायती राज मंत्रालय एवं राष्ट्रीय ग्राम स्वराज अभियान के तहत चल रहे पांच दिवसीय आवासीय नेतृत्व एवं प्रबंधन विकास कार्यक्रम (MDP) के तीसरे दिन धनबाद की उपायुक्त सह जिला दंडाधिकारी सुश्री माधवी मिश्रा ने सहभागिता कर कार्यक्रम की गरिमा बढ़ाई।उपायुक्त के आगमन पर आयोजकों द्वारा उनका सम्मान किया गया। कार्यक्रम में तमिलनाडु, ओडिशा, पश्चिम बंगाल, बिहार और झारखंड से आए कुल 50 निर्वाचित पंचायती राज प्रतिनिधि भाग ले रहे हैं।
ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूती देना प्राथमिकताइस मौके पर उपायुक्त माधवी मिश्रा ने कहा कि पंचायती राज संस्थाओं के निर्वाचित प्रतिनिधियों और पदाधिकारियों को सशक्त एवं सक्षम बनाना प्रशासन की प्राथमिकता है। उन्होंने समावेशी विकास और सामाजिक न्याय को आगे बढ़ाने के लिए नेतृत्व क्षमता में वृद्धि पर बल दिया।
सरकारी योजनाओं पर साझा की विस्तृत जानकारीअपने संबोधन में उपायुक्त ने पंचायती राज विभाग से संबंधित कई अहम योजनाओं और फंडिंग संरचनाओं जैसे 14वां व 15वां वित्त आयोग, टाइड और अनटाइड फंड, स्वच्छ भारत मिशन 2.0, जल जीवन मिशन, कचरा प्रबंधन, नरेगा, बिरसा हरित ग्राम योजना, ड्रेनेज सिस्टम, प्रधानमंत्री आवास योजना आदि पर विस्तार से जानकारी दी।
उन्होंने यह भी कहा कि जमीनी स्तर पर शासन को प्रभावी बनाने के लिए पंचायत प्रतिनिधियों को योजनाओं की समझ और समय पर क्रियान्वयन की जिम्मेदारी समझनी होगी।कार्यक्रम के अंत में उन्होंने प्रतिनिधियों का उत्साहवर्धन करते हुए कहा कि पंचायत प्रतिनिधि ही गांव के सच्चे नेतृत्वकर्ता होते हैं और उन्हें समाज में समावेशी विकास की दिशा में निर्णायक भूमिका निभानी चाहिए।
यह कार्यक्रम पंचायती राज व्यवस्था को मजबूत करने और देश के ग्रामीण क्षेत्रों के सर्वांगीण विकास की दिशा में एक अहम कदम माना जा रहा है।
