गृहमंत्री ने पुलिस लाइन कारली में जवानों से मुलाकात की।
छ्त्तीसगढ़ के बस्तर में नक्सल हमले में घायल होने वाले जवानों और ग्रामीणों के लिए नया हॉस्पिटल बनेगा। रायपुर और जगदलपुर इन दो शहरों में हॉस्पिटल का निर्माण काम किया जाएगा। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने दंतेवाड़ा प्रवास के दौरान नक्सलियों का एनकाउंटर कर
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अमित शाह ने कहा कि, बस्तर के अधिकांश क्षेत्र लाल आंतक से मुक्त हो गए है और विकास की ओर अग्रसर हैं। इसमें महत्वपूर्ण भूमिका DRG के जवानों, पैरा मिलिट्री फोर्स, कोबरा बटालियन, छत्तीसगढ़ पुलिस की रही है। अंदरूनी इलाकों में सुरक्षा कैंप स्थापित किए गए हैं, जिससे कई गांव नक्सल मुक्त हुए हैं। अमित शाह ने जवानों का हौसला बढ़ाया। उनसे कहा कि लाल आंतक के खात्मे के लिए सरकार हर परिस्थिति में जवानों के साथ है।
सूचना तंत्र को किया मजबूत
हमने अपने हर एक सूचना तंत्र को मजबूत किया है, ताकि तत्काल सूचनाएं मिल सकें। नक्सल हिंसा में हमारे कई जवान घायल होते हैं, IED की चपेट में आने से ग्रामीण भी घायल होते हैं। अब उनके लिए विशेष अस्पताल की स्थापना रायपुर और जगदलपुर में की जाएगी।
जवानों ने बताया कैसे 38 को किया ढेर
दंतेवाड़ा और नारायणपुर जिले की सरहद पर थुलथुली मुठभेड़ हुई थी। इस मुठभेड़ में जवानों ने 38 नक्सलियों को मार गिराया था। जिसमें 31 नक्सलियों के शव और हथियार लेकर जवान आए थे। नक्सलियों ने पर्चा जारी कर 38 के मारे जाने की बात कबूली थी।
वहीं इस एनकाउंटर को लीड करने वाले दंतेवाड़ा के ASP स्मृतिक राजनाला (IPS) समेत अन्य जवानों से अमित शाह ने बातचीत की। अफसरों ने एनकाउंटर में मिली सफलता और चुनौतियों के बारे में बताया। उन्होंने बताया कि कैसे एक साथ 38 नक्सलियों का एनकाउंटर किया गया।
अस्पताल खुलने से होगा फायदा
नक्सली हिंसा में घायल हुए जवान और ग्रामीणों के लिए यदि जगदलपुर में अस्पताल खुलता है तो इसका फायदा मिलेगा। क्योंकि, मुठभेड़ में जख्मी जवानों को हेलीकॉप्टर के माध्यम से सीधे राजधानी रायपुर लेजाया जाता है। लेकिन यदि यह सुविधा और विशेष फैसिलिटी यदि जगदलपुर में ही मिलेगी तो घायलों को रायपुर नहीं लेजाना पड़ेगा। उनका समय बचेगा और जल्द इलाज मिलेगा।