बाबा साहेब डॉ. भीमराव आंबेडकर की जन्मस्थली महू में रविवार से महाकुंभ शुरू हो चुका है। पंच तीर्थों में से एक इस तीर्थ पर सोमवार को जयंती महोत्सव मनाया जाएगा। हर साल इस दिन यहां लाखों की संख्या में अनुयायी पहुंचते रहे हैं। उनकी सुविधाओं के लिए यहां धर्
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संविधान से जुड़े सवालों के जवाब दे रही प्रतिकृति
इस वर्ष स्मारक पर होलो बॉक्स की नई व्यवस्था की गई है। इसमें बाबा साहेब की प्रतिकृति संविधान से संबंधित सवालों के जवाब दे रही है। कुछ बुजुर्ग अनुयायी व्यक्तिगत सवाल भी पूछ रहे हैं। हॉल में रखे अस्थि कलश के दर्शन पहले की तरह ही होते रहेंगे।
आईएएस का डिग्नीफाइड इंडिया फॉर डिग्निटी कैंपेन भी चर्चा में
इधर, सामाजिक कार्यकर्ता समान शेखर का डिग्नीफाइड इंडिया (गरिमामयी भारत) संगठन भी चर्चा में है। उनका मिशन मानवीय मूल्यों को स्थापित करने की दिशा में काम कर रहा है। दरअसल, डॉ. आंबेडकर के विचार से प्रेरित होकर मप्र कैडर के 2002 बैच के आईएएस बी चंद्रशेखर ने 2023 में वीआरएस ले लिया। अब वे समानता के अधिकार की लड़ाई लड़ रहे हैं। यही कारण है कि उन्होंने अपना नाम चंद्रशेखर की जगह समान शेखर कर लिया है। शेखर कहते हैं कि इस देश में पैदा होने वाले प्रत्येक बच्ची और बच्चे को उसकी मानवीय क्षमता के शिखर तक बढ़ने का समान अवसर दिलाना उनके जीवन का उद्देश्य है।