सरयू नदी में बीती रात छलांग लगाने वाला साधु गोविंद दास।
प्रताड़ना से त्रस्त साधु ने बीती रात कड़ाके की ठंडक के दौरान रात करीब 2 बजे पुराने पुल से सरयू नदी में छलांग लगा दी। जल पुलिस और गोताखोरों की मदद से डूब रहे साधु को रेस्क्यू करके सकुशल बचा लिया गया।इस दौरान वह ठंडक से कांप रहा था। उसकी हालत नाजुक हो ग
.
झांसी एक मंदिर का सर्वराहकार है पीड़ित साधु गोविंद दास
जल पुलिस की पूछताछ में साधु ने अपना नाम गोविंद दास पुत्र स्वर्गीय किशोरी लाल ग्राम खेरी थाना गरगठा जिला झांसी बताया। कहा कि हमारे परिवार में माता-पिता बचपन में ही स्वर्गवासी हो गए थे हमारे गांव में एक मंदिर है और मुझे उसका सर्वराकारी बनाया गया है मगर वह सब छोड़कर काफी दिनों से मैं अयोध्या रहने लगा।
बार-बार जबरदस्ती झांसी ले जाने की कोशिश करते हैं
उसने पुलिस को बताया कि गांव के कुछ लोग उसे बार-बार जबरदस्ती झांसी ले जाने की कोशिश करते हैं। कई बार उसको बलपूर्वक साथ लेकर गए भी गए। वहां पर हमको मंदिर में रहने को कहते है और उन लोगों की कार्यशैली मुझे पसंद नहीं है इसी से आवेश में आकर मैं अयोध्या के सरयू पुल से जान देने के लिए कूद गया। मगर जल पुलिस के द्वारा हमें बचा लिया गया बाद में हमने लिखित तहरीर गांव वालों के खिलाफ थाने में दे दी है हमें आशा है कि हमें न्याय जरूर मिलेगा।
रेस्क्यू में शामिल होने वाले जल पुलिस प्रभारी रूबे प्रताप मौर्य, तेज तर्रार कांस्टेबल नित्यानंद यादव ,कांस्टेबल लालमणि, मोनू माझी, कपिल मांझी ,अनिल मांझी ,मनीष माझी को स्थानीय लोगों ने काफी प्रशंसा की।