राम चंद्र सैनी | फतेहपुर14 मिनट पहले
- कॉपी लिंक
फतेहपुर में गर्भवती महिला की सरकारी अस्पताल में मौत हो गई।
फतेहपुर के सरकारी अस्पताल में गर्भवती महिला की मौत हो गई है। पति का आरोप है कि पत्नी को समय पर इलाज नहीं मिला। डॉक्टर और स्टाफ मोबाइल चलाने में व्यस्त रहे, उन्होंने ध्यान ही नहीं दिया।
पखरौली गांव की 26 वर्षीय भावना देवी 9 महीने की गर्भवती थी। शुक्रवार को प्रसव पीड़ा होने पर परिजन उसे गाजीपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) ले गए।
पति कमलेश ने बताया- नर्स समेत स्टाफ मोबाइल में व्यस्त रहे। पत्नी को देखने नहीं आए।
सीएचसी में स्टाफ ने भावना को बेड पर लिटाया। लेकिन उसके बाद कोई ध्यान नहीं दिया। पति कमलेश के मुताबिक, नर्स नेहा समेत अन्य स्टाफ मोबाइल में व्यस्त रहे। जब कमलेश ने मरीज को देखने की गुहार लगाई, तो स्टाफ ने कहा कि अभी समय नहीं है, बाद में देख लेंगे।
एक घंटे तक बिना इलाज के पड़ी रहने के बाद भावना की हालत बिगड़ने लगी। तब जाकर चिकित्सकों ने उसे देखा। गंभीर स्थिति को देखते हुए उसे जिला महिला अस्पताल रेफर कर दिया गया। लेकिन वहां पहुंचने से पहले ही भावना और उसके गर्भ में पल रहे बच्चे की मौत हो गई।
कमलेश का आरोप है कि सीएचसी स्टाफ की लापरवाही के कारण उसकी पत्नी और अजन्मे बच्चे की जान चली गई। बच्चा दुनिया देखने से पहले ही काल के गाल में समा गया।