स्पीकर कुलतार सिंह संधवां के निवास पर धरना देते किसान।
पंजाब में फरीदकोट जिले के गांव संधवां में संयुक्त किसान मोर्चा गैर राजनीतिक और किसान मजदूर मोर्चा भारत के आह्वान पर किसान संगठनों द्वारा पंजाब विधानसभा के स्पीकर कुलतार सिंह संधवां के निवास स्थान के समक्ष धरना दिया गया और राज्य सरकार के खिलाफ जोरदार
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एमएसपी गारंटी कानून समेत 12 मांग
जानकारी के अनुसार किसान संगठनों द्वारा राज्य भर में ही विभिन्न स्थानों पर मंत्रियों और विधायकों के निवास स्थान के समक्ष पंजाब सरकार के खिलाफ धरने दिए जा रहे हैं। फरीदकोट जिले में विधानसभा स्पीकर संधवां के निवास स्थान के बाहर धरना देकर किसानों ने राज्य सरकार को घेरा और एमएसपी गारंटी कानून समेत किसानों की 12 मांगों को पूरा करने की मांग रखी।
शांति से धरना दे रहे थे किसान
किसान नेताओं ने आरोप लगाया कि राज्य की आप सरकार ने केंद्र की भाजपा सरकार के साथ मिलकर पंजाब में शांतिपूर्वक ढंग से आंदोलन कर रहे किसानों पर जुल्म किया। खनौरी और शंभू बॉर्डर में चल रहे मोर्चे ना सिर्फ जबरन खत्म करवाए, बल्कि किसानों के कीमती सामान व संसाधन लूटने और चोरी करवाने में भी भूमिका निभाई जिसे सहन नहीं किया जा सकता।
धरने पर बैठे किसान।
पुलिस पर कार्रवाई की मांग
उन्होंने कहा कि किसानों से सामान चोरी होने में सत्ताधारी आम आदमी पार्टी के विधायकों के करीबियों और पुलिस अधिकारियों के नाम भी सामने आए हैं और राज्य सरकार को उनके खिलाफ ठोस कार्रवाई करनी चाहिए। इस मौके पर किसानों पर किए जुल्म की विधानसभा में माफी मांगने और किसानों के नुकसान की भरपाई करने की मांग रखी।
विश्वासघात का खामियाजा भुगतने को तैयार रहें सरकार
बीकेयू क्रांतिकारी फूल ग्रुप के प्रांतीय उपाध्यक्ष लाल सिंह गोले वाला ने कहा कि आज के सांकेतिक धरनों के बाद जल्द ही किसान आंदोलन के अगले कार्यक्रमों की घोषणा की जाएगी। इसके तहत पंजाब के गांवों में आम आदमी पार्टी से जुड़े नेताओं मंत्रियों व विधायकों के विरोध का कार्यक्रम भी शामिल होगा। आम आदमी पार्टी ने राज्य के किसानों के साथ विश्वासघात किया है। जिसका उन्हें खामियाजा भुगतने के लिए तैयार हो जाना चाहिए।