बड़वानी जिले में सभी क्रेशर प्लांट बंद हैं। मध्य प्रदेश क्रेशर संगठन की हड़ताल आज बुधवार को चौथे दिन भी जारी है। जिले की करीब 40 क्रेशर खदानों से गिट्टी की बिक्री रोक दी गई है।
.
संगठन के अध्यक्ष ओम खंडेलवाल ने बताया कि सरकार की ओर से लागू किए गए नए नियमों से संचालकों को परेशानी हो रही है। हनुमान मंदिर में हुई बैठक में सर्वसम्मति से काम बंद करने का फैसला लिया गया है।
क्रेशर बंद होने से जिले में निर्माण कार्य बंद
क्रेशर संगठन की हड़ताल से ग्राम पंचायत और अन्य सरकारी कार्य भी प्रभावित हुए हैं। मानसून के करीब आने से निर्माण कार्यों के समय पर पूरा न होने की आशंका है।
जिलाध्यक्ष ने संगठन की पांच प्रमुख मांगें बताईं। इनमें गुजरात की तरह रॉयल्टी की सीमा को अनलिमिटेड करना शामिल है। उन्होंने कहा कि 25 सालों से चल रही खदानों को पहले जंजीर से नापा गया था। अब सैटेलाइट से नाप कर जुर्माना लगाया जा रहा है।
क्रेशर संचालकों ने आरोप लगाया है कि सरकार को तरह-तरह के नियमों से हमें नुकसान होगा।
संचालकों का कहना है कि सरकार एक तरफ रोजगार देने की बात करती है, वहीं दूसरी ओर भारी पेनल्टी से खदान पट्टेदार स्वयं बेरोजगार होने की हालत में हैं।