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सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बलरामपुर का भवन बदहाल है। यहां पदस्थ स्टाफ को जिला अस्पताल अटैच कर दिया गया है। इससे ग्रामीण क्षेत्र के लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। दूसरी ओर जीवन दीप समिति बंद होने से कर्मचारियों को वेतन नहीं मिल पा रहा है। शासन से भी बजट नहीं दिया जा रहा है।
इस संबंध में बीएमओ अनूप टोप्पो ने कहा कि बलरामपुर जिला बनने के बाद पीएचसी बनना था, लेकिन नहीं बन सका। पुराना भवन भी खस्ताहाल हो गया है। स्टाफ को जिला अस्पताल भेज दिया गया है। इससे विकासखंड स्तर पर कार्य नहीं हो पा रहा है। वहीं, हमारा आय जीवन दीप समिति से होती थी। वह अब बंद हो गई है। पीएचसी नहीं बनने के कारण शासन से फंड भी कम आ रहा है। महाराजगंज, पस्ता में पीएचसी बनना प्रस्तावित है, लेकिन अब तक नहीं बना है। चार स्टाफ मिलकर विकासखंड का कार्य संभाल रहे हैं।