पुष्पेंद्र कुमार तिवारी | बलियाकुछ ही क्षण पहले
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बलिया में ऐतिहासिक प्यारेलाल चौराहा खोलने की मांग की गई।
बलिया में प्यारेलाल चौराहा बचाओ संघर्ष समिति ने मंगलवार को एक महत्वपूर्ण पहल की। समिति के सदस्यों ने जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपा और परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह से मुलाकात की।
रसड़ा नगर का सैकड़ों वर्ष पुराना प्यारेलाल चौराहा शहर में प्रवेश का प्रमुख मार्ग था। पिछले कुछ वर्षों में सड़क निर्माण के दौरान डिवाइडर बनाकर इस चौराहे को स्थायी रूप से बंद कर दिया गया। इस फैसले से स्थानीय लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
चौराहे को बंद किए जाने का विरोध पहले भी हुआ था। व्यापारियों और स्थानीय लोगों ने तत्कालीन जिलाधिकारी को इसे खोलने का आग्रह किया था। लेकिन पीडब्ल्यूडी ने दुर्घटना का बेबुनियाद हवाला देकर इस मांग को नजरअंदाज कर दिया।
इस बंद चौराहे के कारण व्यापारियों का कारोबार प्रभावित हो रहा है। मरीजों को सरकारी अस्पताल पहुंचने में दिक्कत हो रही है। स्कूली बच्चों, एंबुलेंस और फायर ब्रिगेड की गाड़ियों को अतिरिक्त 2 किलोमीटर की दूरी तय करनी पड़ रही है। रेलवे स्टेशन जाने वाले यात्रियों को भी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
स्थानीय लोगों में इस जनविरोधी फैसले को लेकर गहरा आक्रोश है। समिति के सदस्यों का कहना है कि यह मामला जनआंदोलन का रूप ले सकता है। उन्होंने चौराहे को पुनः खोलने की मांग की है।