पंजाब में शिरोमणि अकाली दल (SAD) के नेता बिक्रम मजीठिया की सुरक्षा को हटा दिया गया है। पार्टी के पूर्व अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल ने अपने सोशल मीडिया एकाउंट पर ये दावा किया है। उन्होंने AAP सरकार पर तीखा हमला बोला है। उन्होंने बिक्रम सिंह मजीठिया की जे
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सुखबीर बादल ने कहा कि यह फैसला अकाली दल की लीडरशिप के खिलाफ गहरी साजिश का हिस्सा है।
सुखबीर बादल ने आरोप लगाया कि AAP सरकार बिक्रम मजीठिया को झूठे नशा मामलों में फंसाने की कोशिश कर रही है। उन्होंने कहा कि अरविंद केजरीवाल पहले ही लिखित रूप में मजीठिया पर नशे के झूठे आरोप लगाने के लिए माफी मांग चुके हैं। इसके बावजूद अब उन्हें फिर से फंसाने की साजिश की जा रही है।
हमले की जांच जानबूझ कर कमजोर करने के आरोप
उन्होंने आगे कहा कि मजीठिया की सुरक्षा हटाने को मेरी हत्या के असफल प्रयास से जोड़कर देखना चाहिए। यह हमला गुरु साहिबानों की कृपा से विफल हुआ। उन्होंने आरोप लगाया कि AAP सरकार ने श्री हरमंदिर साहिब में हुए हमले की जांच को जानबूझकर कमजोर किया, जिसके कारण आरोपी को आसानी से जमानत मिल गई।
सुखबीर बादल की तरफ से की गई पोस्ट
मर्डर थ्रेट्स का भी आरोप, कहा- CM भगवंत मान चुप क्यों?
सुखबीर बादल ने यह भी आरोप लगाया कि AAP सरकार के वरिष्ठ अधिकारी खुलेआम अकाली दल के नेताओं और प्रवक्ताओं को जान से मारने की धमकियां दे रहे हैं, लेकिन मुख्यमंत्री भगवंत मान इस पर चुप्पी साधे हुए हैं। सुखबीर बादल ने स्पष्ट कहा कि अगर बिक्रम मजीठिया या अकाली दल के किसी भी नेता या कार्यकर्ता को कोई नुकसान पहुंचा, तो इसके लिए सीधे तौर पर मुख्यमंत्री भगवंत मान, अरविंद केजरीवाल और पंजाब के डीजीपी जिम्मेदार होंगे। अकाली दल इस मुद्दे को लेकर अगली रणनीति बनाने में जुटा है और AAP सरकार की मंशा पर गंभीर सवाल खड़े कर रहा है।