बैतूल के प्रसिद्ध बालाजीपुरम मंदिर के सामने पार्किंग विवाद गहरा गया है। आम आदमी पार्टी ने यहां अवैध रूप से पार्किंग बनाकर शुल्क वसूली का आरोप लगाया है। जिसके बाद बैतूल तहसीलदार ने यहां दो आर आई और छह पटवारियों का दल बनाकर सीमांकन के आदेश जारी किए है।
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आप के राष्ट्रीय परिषद सदस्य एवं प्रदेश संयुक्त सचिव अजय सोनी ने बैतूल बालाजीपुरम मंदिर परिसर के बाहर श्रद्धालुओं से अनधिकृत रूप से वाहन पार्किंग शुल्क वसूले जाने की शिकायत मुख्यमंत्री हेल्पलाइन में दर्ज कराई है। यह मामला राष्ट्रीय राजमार्ग पर स्थित खसरा क्रमांक 78 से जुड़ा है, जहां लंबे समय से श्रद्धालुओं और स्थानीय नागरिकों को वाहन खड़ा करने के बदले शुल्क अदा करना पड़ रहा था।
आरोप है कि मंदिर परिसर के खसरा क्रमांक 78 पर पार्किंग व्यवस्था मंदिर परिसर के निजी कर्मचारियों द्वारा संचालित की जा रही है और उनसे अनधिकृत शुल्क लिया जा रहा है। उन्होंने बताया कि इस शिकायत पर कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई।
जिसके बाद उन्होंने मुख्यमंत्री हेल्पलाइन के माध्यम से शिकायत दर्ज कराई। शिकायत के आधार पर तहसील कार्यालय बैतूल के राजस्व विभाग द्वारा इस मामले की जांच के लिए एक टीम गठित की गई है।
यह टीम करेगी जांच
राजस्व निरीक्षक बैतूल बाजार धनराज झल्लारे, यशवंत वटके तथा पटवारी योगेश पारखे, लवप्रीत सोनी, सदाशिव प्रधान, कृष्णा धोटे, केशवकांत कोसे, कन्हैया सिरसाम को 22 अप्रैल 2025 को आदेश पत्र जारी कर एक सप्ताह के भीतर खसरा क्रमांक 78 भूमि की जांच कर रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश दिए गए हैं।
प्रबंधन ने शिकायत को बेबुनियाद बताया
इस मामले में मंदिर के संस्थापक और एनआरआई सैम वर्मा ने बताया कि उन्हें सीमांकन आदेश के संदर्भ में कोई जानकारी नहीं है। मंदिर प्रबंधन या समिति ने वहां न तो कोई पार्किंग बनाई है और न ही कोई शुल्क वसूला जाता है। मंदिर में आने वाले श्रद्धालुओं के वाहन मंदिर के सामने खड़े होते है।जिनकी सुरक्षा की जाती है।