साहिल का फाइल फोटो व विदेश जाने के दौरान का वीडियो
हरियाणा के जिला भिवानी के गांव नंदगांव निवासी 22 वर्षीय साहिल की कनाडा में मौत होने के बाद देर रात शव घर पहुंचा। वहीं सोमवार को साहिल का अंतिम संस्कार किया गया। शव को देखकर साहिल की मां व पिता अपने आप को रोक नहीं पाए और बेटे को देखकर रोने लगे। परिवार
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जैसे ही परिवार वालों को बेटे की मौत की सूचना मिली थी तो घर में मातम पसरा हुआ था। सरकार व एंबेसी (दूतावास) की मदद से शव को भारत लाया गया है। वहीं परिवार वालों ने सरकार से मदद की गुहार लगाई। ताकि परिवार का सहारा बन सके। परिवार वालों ने करीब 40 लाख रुपए अपनी जमापूंजी खर्च करके कनाडा पढ़ने के लिए भेजा था। लेकिन एक महीने में ही साहिल की मौत हो गई और सभी सपने धरे के धरे रह गए।
साहिल के घर पर मौजूद महिलाएं
40 लाख खर्च करके भेजा था विदेश बता दें कि परिवार के अनुसार साहिल अपने बेहतर भविष्य के सपने लेकर एक महीने पहले ही कनाडा गया था। 26-27 मई को कनाडा पुलिस को साहिल का शव पानी में तैरता हुआ मिला था। 2-3 दिन शिनाख्त में लगे, जिसके बाद रात को साहिल का शव भारत पहुंचा। साहिल की मौत की खबर सुन उसके पूरे परिवार को एक गहरा सदमा लगा है, माता-पिता अपने बेटे को बार-बार याद कर रो रहे हैं। वहीं सेना से रिटायर्ड साहिल के पिता हरीश ने कहा कि उसने अपने रिटायरमेंट की पूरी रकम लगा दी उसे कनाडा भेजने लगाई थी। जिसमें उन्होंने अपना प्लॉट भी बेच दिया और रिटायरमेंट में मिले पैसे लगाकर 40 लाख रुपए जुटाए। सोचा था साहिल का भविष्य बेहतर होगा। वहीं, साहिल के चाचा को हत्या का शक है, उन्होंने सरकार से निष्पक्ष जांच की मांग की है।
गांव नंदगांव स्थित साहिल का घर
कनाडा पुलिस बोली- डूबने से हुई मौत साहिल कनाडा में अपने दो दोस्तों के साथ रह रहा था। 26 मई को जब काफी देर तक साहिल घर नहीं आया तो दोस्तों ने अपने स्तर पर तलाश शुरू कर दी। काफी देर तक तलाश करने के बाद भी वह नहीं मिला तो उन्होंने पुलिस को इस मामले की सूचना दी, जिसके बाद साहिल का शव 26-27 मई की रात को हैमिल्टन की पुलिस ने झील से बरामद किया। पुलिस का कहना है कि साहिल पानी में डूब गया था। जिसके कारण उसकी मौत हुई है।
चाचा बोले- साहिल को तैरना आता था साहिल के चाचा मुकेश ने बताया कि कनाडा की पुलिस बताती है कि साहिल का शव झील में पड़ा हुआ मिला। जबकि साहिल को अच्छे से तैरना आता था। इसलिए लगता है कि साहिल की हत्या हुई है। मर्डर करके उसके शव को पानी में फेंक दिया होगा। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि परिवार को आर्थिक मदद भी मिलनी चाहिए। क्योंकि साहिल को विदेश भेजने में परिवार ने अपनी सारी जमापूंजी लगा दी। वहीं सरकार परिवार को मदद देने के लिए साहिल के छोटे भाई को नौकरी दे।
कनाडा पहुंचने के बाद साहिल द्वारा परिवार को भेजा गया फोटो
वेब डिजाइन का कोर्स करने गया था मुकेश ने बताया कि उसके बड़े भाई हरीश कुमार 2021 में आर्मी से रिटायर्ड हुए थे। वहीं हरीश कुमार को 2 बेटे (बड़ा बेटा 22 वर्षीय साहिल व छोटा बेटा 20 वर्षीय निलेश) हैं। साहिल पढ़ाई में बहुत अच्छा था। इसलिए उसको विदेश भेजा था। वहीं निलेश बीए में पढ़ रहा है। साहिल ने कनाडा में स्टडी वीजा पर भेजा था। वहां पर साहिल वेब डिजाइन का कोर्स कर रहा था। इसके लिए साहिल दिल्ली एयरपोर्ट से 23 अप्रैल की रात को ही रवाना हुआ थे।
दादी को कहता था अबकी बार ले जाऊंगा साथ मुकेश कुमार ने बताया कि साहिल 24 अप्रैल को कनाडा पहुंचा। वहां पहुंचने के बाद जब भी वह परिवार से बात करता था तो खुश ही नजर आता था। अपनी दादी से बात करते हुए वह कहता था “इस बार आऊंगा तो तुम्हें अपने साथ ही लेकर जाउंगा”। साहिल को विदेश भेजने में करीब 40 लाख रुपए खर्च हुए हैं और परिवार की पूरी जमापूंजी खर्च हो गई। साहिल के पिता हरीश कुमार ने अपना करीब 160 गज का प्लाट भी 17 लाख में बेच दिया और अपनी रिटायरमेंट के समय मिली पूंजी को भी लगा दिया।