मेरठ एसटीएफ और आर्मी इंटेलिजेंस ने सेना में नौकरी लगवाने के नाम पर रुपए ऐंठने वाले बड़े ठग अरविंद राणा को पकड़ा है। बदायूं निवासी अरविंद राणा खुद मर्चेंट नेवी से सफाईकर्मी की नौकरी छोड़कर आया है। इसके बाद बेरोजगारों को सेना में नौकरी लगवाने के नाम पर ठग
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वहीं आरोपी के पास फर्जी आधार कार्ड, मिलिट्री कार्ड, ज्वाइनिंग लेटर सहित तमाम कागजात बरामद हुए हैं। आरोपी के खिलाफ सदर थाने में मुकदमा दर्ज किया गया है।
मिलिट्री अस्पताल में फर्जी मेडिकल बनवाने आया था एसटीएफ के एएसपी बृजेश सिंह के मुताबिक बृहस्पतिवार को सूचना मिली कि मिलिट्री हॉस्पिटल मेरठ कैंट में अरविंद राणा फर्जी फिटनेस सर्टिफिकेट बनवाने के लिए आया है। इसकी तलाश में दबिश दी गई तो अरविंद को मौके से गिरफ्तार कर लिया गया।
आरोपी की जुबानी ठगी का पूरा खेल पढ़िए..
खुद को सेना का हवलदार बताता था आरोपी अरविंद राणा ने पूछताछ में बताया कि वो भारतीय सेना का हवलदार बताकर मिलिट्री इंजीनियरिंग सर्विस में नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी और फर्जीवाड़ा करता है। अब तक 40 लोगों को ठगकर उनसे पैसे ले चुका है। इन लोगों को फर्जी ज्वाइनिंग लेटर जारी कर चुका है। बताया कि एक कैंडिडेट से नौकरी लगवाने के नाम पर वो 5 लाख रुपए लेता है। अब तक करोड़ों रुपए ठग चुका है। इन लोगों को फर्जी ज्वाइनिंग लेटर जारी करता है।
जहाज पलटने के डर से छोड़ी नेवी की नौकरी अरविंद ने बताया कि गैंग में 4 लोग और हैं। इनकी तलाश के लिए एसटीएफ लगातार दबिश दे रही है। अरविंद ने बताया कि 10वीं पास है। 2018 में मर्चेंट नेवी में मुम्बई में नौकरी करता था। मर्चेंट नेवी में सफाईकर्मी था। लेकिन जहाज पर नौकरी करते वक्त उसे जहाज पलटने का डर लगता था। इसलिए नेवी की नौकरी छोड़ दी।
बिजनौर के सौरम ने फर्जीवाड़े के गिरोह से जोड़ा नौकरी छोड़ने के बाद उसकी मुलाकात मर्चेंट नेवी में ही काम करने वाले सौरम जो बिजनौर का रहने वाला है उससे हो गई। सौरम ने उसे हापुड़ के योगेश गौतम से मिलने को कहा। योगेश तुम्हारी कहीं और नौकरी लगवा देगा। कुछ दिन बाद अरविंद योगेश गौतम से मोबाइल पर बात रते हुए उससे मिलने पहुंचा। योगेश ने उसकी पहचान बागपत के अजय उर्फ गुरुजी, बिट्टू उर्फ पहलवान और विष्णु उर्फ बलराम से कराई।
प्रति कैंडिडेट 5 लाख रुपए फिक्स अजय ने उससे कहा कि अब तुम सेना में नौकरी नहीं कर सकते, ओवरएज हो चुके हैं। अरविंद ने बताया कि अजय ने ही उसे ऑफर दिया कि तुम हमारे साथ आर्मी भर्ती के नाम पर ठगी करने के इस सिंडिकेट में शामिल हो जाओ। तुम हमें लड़के लाकर दो, हम तुम्हें हिस्सा देंगे। हमसब मिलकर फर्जी ज्वाइनिंग लेटर, फर्जी मेडिकल बनवाकर लड़कों को देंगे। उनसे 4 से 5 लाख रुपये प्रति अभ्यर्थी वसूलेंगे, आपस में बांट लेंगे। अरविंद उनसे जुड़ गया।
40 लोगों से कर चुका है ठगी अरविंद ने पूछताछ में बताया कि उसने फर्जी नाम व पते से आर्मी का पहचान पत्र बनवाया और उसी फर्जी नाम व पते से आधार कार्ड व पैन कार्ड भी बनवाया। अलग-अलग जगह रुकने के लिए इन दस्तावेजों का प्रयोग किया गया। पूछताछ में सामने आया कि आरोपी ने अपने साथियों के साथ मिलकर करीब 40 अभ्यर्थियों का फर्जी मेडिकल बनाकर उनको फर्जी नियुक्ति पत्र दिए। तमाम फर्जी कागजात बरामद आरोपी से आर्मी का फर्जी आईकार्ड, दो अलग पतों वाला आधार कार्ड, अलग पते वाला पेन कार्ड, वोटर कार्ड, सेना का फर्जी ज्वाइनिंग लेटर, आर्मी कार्ड, कैंटीन कार्ड आदि बरामद हुए हैं।