वैशाली नगर थाने के बाहर रात में परिजनों का जमावड़ा
दुर्ग पुलिस महादेव ऑनलाइन सट्टा और अन्य साइबर फ्राड को लेकर लगातार कार्रवाई कर रही है। रविवार रात को वैशाली नगर पुलिस ने अपने खातों को बेचने वाले लगभग 15 लड़कों को गिरफ्तार किया।
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एक साथ 15 अलग-अलग घरों से लड़कों की गिरफ्तारी के बाद पूरे वैशाली नगर और शांति नगर में हड़कंप मच गया। सभी के घरवाले देर रात वैशाली नगर थाने पहुंचे। उन्होंने अपने बच्चों को छुड़ाने के लिए थाना प्रभारी से गुहार लगाई, लेकिन थाना प्रभारी ने साफ कहा कि उनके खिलाफ पूरे सबूत के बाद ही पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार किया है।
इसको देखते हुए उन लोगों ने भाजपा नेता और पूर्व पार्षद ललित मोहन को बुला लिया। ललित मोहन ने बताया कि उनके पास मोहल्ले के लोगों ने फोन किया कि पुलिस लड़कों को गिरफ्तार करके ले गई है। इसी मुद्दे को लेकर वो रात में थाने पहुंचे हैं।
वैशाली नगर पुलिस स्टेशन
ललित मोहन ने पुलिस की कार्रवाई पर सवाल खड़ा किया। उन्होंने कहा कि पुलिस ने खातों को किराये से देने को लेकर गिरफ्तारी की वो ठीक है, लेकिन पुलिस उन बड़े बड़े लोगों को क्यों नहीं गिरफ्तार कर रही है, जो शहर में रहकर लाखों करोड़ों का काम सट्टे का काम कर रहे हैं उनको पुलिस क्यों नहीं गिरफ्तार कर रही है।
पुलिस कुछ नहीं कर रही है वो महादेव के नाम पर लीपापोती कर रही है। कुछ गरीब लोगों को गिरफ्तार कर कार्रवाई के नाम पर खानापूर्ति कर रही है। पुलिस ये क्यों नहीं पता लगा रही है कि कौन वो लोग हैं जो इनके खातों का उपयोग कर रहे हैं। पुलिस बड़े गुनहगारों को छोड़कर छोटे लोगों को गिरफ्तार करने का काम कर रही है।
आरोपियों ने कहा धोखे से लिया गया उनका अकाउंट
पुलिस ने जिन लड़कों को गिरफ्तार किया उनका कहना है कि उन्होंने गदा चौक निवासी कुणाल सोनी और शास्त्री नगर निवासी कुणाल पटनायक को अपना खाता दिया था। दोनों खुद ही उन्हें केनरा बैंक लेकर गए थे और खाता खुलवाकर अपने पास रखा। उन्होने उन्हें ये नहीं बताया कि वो इन खातों का उपयोग ऑनलाइन सट्टा या गलत काम में उपयोग किया है।
आज हो सकता है खुलासा
इस बारे में जब वैशाली थाना प्रभारी अमित अंदानी से बात की गई तो उन्होंने कोई भी जानकारी देने से मना कर दिया। उन्होंने कहा कि मामले का खुलासा किया जाएगा, उसी समय पूरी जानकारी दी जाएगी।