इसके पहले 13 सितंबर को मंत्रिमंडलीय समिति की बैठक मंत्रालय से बाहर सुशासन भवन में हुई थी। (फाइल फोटो)
मोहन सरकार की साल 2024 की आखिरी कैबिनेट बैठक गुरुवार को होने जा रही है। सुबह 10 बजे से होने जा रही इस बैठक में उज्जैन के 150 एकड़ क्षेत्र में स्पिरिचुअल सिटी के साथ यूनिटी मॉल बनाए जाने पर चर्चा हो सकती है। यहां सिंहस्थ के पहले हाट लगाने को लेकर भी प्
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सरकार ने उज्जैन में सिंहस्थ के पहले यूनिटी मॉल बनाने की तैयारी की है। इसमें एक जिला, एक उत्पाद (वन डिस्ट्रिक्ट, वन प्रोडक्ट) के अंतर्गत प्रदेश के सभी जिलों के ओडीओपी (वन डिस्ट्रिक्ट, वन प्रोडक्ट) लाकर यहां बिक्री के लिए उपलब्ध कराए जाएंगे। इनके साथ प्रदेश स्तर पर तैयार प्रमुख उत्पादों को भी यहां बिक्री के लिए रखा जाएगा। देश के अन्य राज्यों के ओडीओपी भी यहां बिक्री के लिए रखे जाएंगे।
कैबिनेट बैठक में पचमढ़ी के जागीरदार भभूत सिंह को लेकर भी सरकार कोई निर्णय ले सकती है। राजा भभूत सिंह ने अपने जीवनकाल में शिवाजी महाराज की तर्ज पर अंग्रेजों के छक्के छुड़ाए थे।
कैबिनेट के बाद मैराथन बैठक
कैबिनेट के बाद मैराथन मंथन बैठक होगी। सरकार ने एक साल में क्या काम किया और 2025 में क्या प्राथमिकताएं होंगी, इस पर मुख्यमंत्री डॉ.मोहन यादव और उनकी टीम मंथन करेगी। पहले यह बैठक पचमढ़ी में बुधवार को अटलजी की जयंती के मौके पर प्रस्तावित थी, लेकिन केन – बेतवा लिंक परियोजना के शिलान्यास की वजह से बैठक आज भोपाल में करने का फैसला हुआ था।
राजधानी के कुशाभाऊ ठाकरे कन्वेंशन सेंटर में होने वाली मैराथन मंथन बैठक 4 घंटे से अधिक समय तक चल सकती है। इसमें केन-बेतवा नदी जोड़ो परियोजना के शिलान्यास पर चर्चा होगी। मुख्यमंत्री इस परियोजना के फायदे बताने के लिए उप मुख्यमंत्रियों और मंत्रियों को निर्देश देंगे।
दिल्ली में मंथन पर केंद्रीय नेतृत्व के साथ हुई है चर्चा सीएम दो दिन पहले दिल्ली गए थे और वहां रात्रि विश्राम के दौरान उन्होंने केंद्रीय नेतृत्व और केंद्रीय मंत्रियों से मुलाकात की है। इन मुलाकातों में मंथन के विषय वस्तु को लेकर सीएम की चर्चा हुई है। मंथन बैठक में मंत्रियों के परफॉर्मेंस रिव्यू पर भी केंद्र की रिपोर्ट के आधार पर सीएम मंत्रियों को जानकारी दे सकते हैं।
पहले भी मंत्रालय से बाहर मंत्रियों के साथ सुशासन भवन में कर चुके मीटिंग सीएम ने इसके पहले 13 सितंबर को अटल बिहारी वाजपेयी सुशासन और नीति विश्लेषण स्कूल भवन में मंत्रियों के साथ छह घंटे से अधिक समय तक मैराथन मीटिंग की थी। सुशासन भवन में हुई इस बैठक में वीरांगना रानी दुर्गावती की 500वीं जयन्ती, मां नर्मदा नदी के समग्र विकास की कार्ययोजना स्वीकृति, लोकमाता देवी अहिल्याबाई होल्कर की 300वीं जयंती के आयोजन, विक्रमोत्सव और भोज महोत्सव के आयोजनों पर मंत्रिमंडलीय समिति के साथ बैठक में कई फैसले लिए गए थे।