पत्नी, सालियों, सास व राजस्थान पुलिस की प्रताड़ना से तंग आकर फांसी लगाने वाले फोटोग्राफर के परिजन का गुरुवार को गुस्सा फूट पड़ा। भारी संख्या में परिजन व कॉलोनी वासी मरीमाता चौराहे पर पहुंचे और चक्काजाम कर दिया। यह जाम करीब 1 घंटे चला, इसके चलते इस व्य
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परिजन की मांग है कि मृतक की पत्नी, सास और सालियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा जाए। साथ ही हमारे खिलाफ झूठी दहेज प्रताड़ना भी हटवाई जाए। एसीपी धैर्यशील येवले ने परिजन को आश्वासन दिया तब चक्काजाम खुला।
गुरुवार शाम मरीमाता चौराहे पर प्रदर्शन में लोगों ने बेटों को न्याय दिलाने के लिए नारेबाजी की। प्रदर्शनकारियों ने एक संस्था के कार्यकर्ताओं के साथ आवाज उठाई। ये सभी रैली के रूप में चौराहे पर पहुंचे थे। आत्महत्या करने वाले इंदौर के फोटोग्राफर का नाम नितिन पडियार है।
उनके परिजन ने कहा कि नितिन ने अपने 14 पेज के सुसाइड नोट में उनके साथ की गई प्रताड़ना का जिक्र किया है। यह काफी पीड़ादायक है। पत्र से ही अंदाजा लगाया जा सकता है कि नितिन ने कितनी प्रताड़ना झेली।
परिजन के बयान के बाद दर्ज होगा केस बाणगंगा टीआई सियाराम गुर्जर के अनुसार यादवनंद नगर में रहने वाले 28 वर्षीय नितिन पिता बाबूलाल पडियार ने सोमवार को घर में फांसी लगाकर जान दे दी थी। 14 पेज के सुसाइड नोट में नितिन ने लिखा था कि पत्नी हर्षा, सास सीता और साली मीनाक्षी व वर्षा मेरी मौत की जिम्मेदार हैं। टीआई का कहना है, अभी परिजन के बयान नहीं हुए हैं। उसके बाद केस दर्ज किया जाएगा।
एक महीने पहले ही दिया था आवेदन नितिन की तरफ से हाई कोर्ट एडवोकेट जतिन मिश्रा ने बताया, हमने हर्षा के मायके राजस्थान स्थित कुचामन सिटी पुलिस से संपर्क किया था। नितिन की पत्नी लगातार धमकियां दे रही थी। झूठे केस में फंसाने के लिए दबाव बना रही थी। इसकी शिकायत हमने राजस्थान पुलिस को की थी। इसके एक महीने बाद भी पुलिस ने बिना जांच किए केस दर्ज कर लिया। राजस्थान पुलिस भी नितिन को प्रताड़ित कर रही थी।
पुलिस की लापरवाही से जाम में फंसे लोग जाम में बाणगंगा पुलिस की लापरवाही और सूचना का आभाव सामने आया है। पुलिस को जानकारी ही नहीं थी कि परिजन वहां चक्काजाम करने वाले हैं। जब भारी संख्या में भीड़ पहुंची तो चारों तरफ का ट्रैफिक रुक गया। वाहनों की लंबी-लंबी कतारें लग गईं। काफी समय बाद यातायात की टीम ने मोर्चा संभाला और ट्रैफिक डायवर्ट किया।