Homeदेशराजौरी के बदहाल गांव को कंटेनमेंट जोन बनाया: भीड़ इकट्ठा होने...

राजौरी के बदहाल गांव को कंटेनमेंट जोन बनाया: भीड़ इकट्ठा होने पर रोक, खाना-पीना प्रशासन देगा; 17 लोगों की अचानक मौत के बाद फैसला


  • Hindi News
  • National
  • Jammu Kashmir Rajouri Mysterious Deaths; Badhaal Village | Containment Zone

राजौरी20 मिनट पहले

  • कॉपी लिंक

CM उमर ने 21 जनवरी को बधाल गांव का दौरा किया।25 दिसंबर को उन्होंने श्रीनगर के अस्पताल में मरीजों से मुलाकात की थी।

3 परिवारों के 17 लोगों की रहस्यमयी मौत के बाद राजौरी के दूरदराज के गांव बदहाल को कंटेनमेंट जोन में तब्दील कर दिया है। यहां सार्वजनिक और प्राइवेट कार्यक्रमों में भीड़ इकट्ठा होने पर रोक लगा दी गई है।

गांव के एक और आदमी को अस्पताल में भर्ती किया है, जिसकी हालत गंभीर बताई जा रही है। गांव में हुई मौतों की वजह अभी सामने नहीं आई है।

गांव में 7 दिसंबर से 19 जनवरी के बीच संदिग्ध परिस्थितियों में ये मौते हुई हैं। 21 जनवरी को मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला गांव में निरीक्षण के लिए पहुंचे थे। इसके बाद प्रशासन ने गांव को कंटेनमेंट जोन बनाने का फैसला लिया।

3 कंटेनमेंट जोन बनाए गए गांव को 3 कंटेनमेंट जोन में बदला गया है। पहला जोन उन परिवारों को कवर कर रहा है, जिनमें मौतें हुई हैं। इन परिवारों के घरों को सील कर दिया गया है और सभी लोगों के लिए यहां पर एंट्री बैन कर दी गई है। परिवारवालों को भी यहां जाने की अनुमति नहीं दी जा रही है। उन्हें यहा जाने के लिए अधिकारियों की मंजूरी लेनी होगी।

पीड़ित परिवारों से मुलाकात के दौरान एक व्यक्ति के गले लगाते CM उमर।

गांववालों को खाना-पानी प्रशासन ही देगा दूसरे कंटेनमेंट जोन में प्रभावित व्यक्तियों के करीबी संपर्क में आने वालों यानी परिवारवालों को रखा गया है। इन्हें सरकारी मेडिकल कॉलेज में शिफ्ट कर दिया गया है। उनकी सेहत पर नजजर रखी जा रही है। तीसरे जोन में गांव के सभी परिवारों को रखा गया है।

मेडिकल स्टाफ लगातार इनके खान-पान पर नजर रख रहा है। यहां अस्पताल की तरफ से तैनात किया गया अफसर ही लोगों को खाना और पानी देगा। यहां पहले से मौजूद कुछ भी खाने पर रोक लगा दी गई है। पुलिस टीम भी यहां मौजूद है।

क्या ये बीमार है, हमें इसका जवाब चाहिए

मंगलवार को जम्मू-कश्मीर के CM उमर अब्दुल्ला ने गांव का दौरा किया। उन्होंने पीड़ित परिवारों से मुलाकात की। उन्हें हर संभव मदद का भरोसा दिलाया। उमर ने मोहम्मद असलम से मुलाकात की। उसने परिवार के 8 सदस्यों को खोया है।

उमर ने कहा- ऐसा क्यों हुआ? हमें इस सवाल का जवाब चाहिए। यह कोई बीमारी नहीं है, इसलिए पुलिस इसकी जांच कर रही है। SIT गठित की गई है। केंद्र सरकार ने भी एक टीम तैनात की है। वो सैंपल कलेक्टर रही है।

उमर ने कहा कि मैं सभी को विश्वास दिलाता हूं कि प्रशासन, पुलिस और भारत सरकार की कोशिश जारी है, जल्द ही सभी सवालों के जवाब मिल जाएंगे। अगर ये कोई बीमारी है तो हमारी सबसे बड़ी जिम्मेदारी ये तय करना होगा कि ये नहीं फैले।

मृतकों के नमूनों में न्यूरोटॉक्सिन मिला मंत्री सकीना मसूद ने कहा कि अगर ये मौतें किसी बीमारी के कारण हुई होतीं तो ये तेजी से फैल जाती और केवल तीन परिवारों तक सीमित नहीं रहती। हालांकि कुछ हेल्थ एक्सपर्ट्स ने मृतकों के नमूनों में ‘न्यूरोटॉक्सिन’ पाए जाने की बात कही है।

स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि सरकार नेशनल लेवल के हेल्थ इंस्टीट्यूट्स की मदद ले रही है। इसमें पुणे का भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (ICMR), दिल्ली का राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्र (NCDC), ग्वालियर का रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (DRDO) और PGI चंडीगढ़ शामिल हैं।

किसी भी जांच में कोई नेगेटिव रिजल्ट सामने नहीं आया है। पानी और फूड आइटम्स की भी जांच की गई है, लेकिन किसी भी जहरीले पदार्थ का पता नहीं चला है।

गृह मंत्रालय ने जांच के लिए इंटर मिनिस्ट्रियल टीम बनाई गृह मंत्री अमित शाह ने इन मौतों की जांच के लिए शनिवार को इंटर मिनिस्ट्रियल टीम बनाने का आदेश दिया था। यह हाई लेवल टीम रविवार को गांव पहुंची थी। टीम को गृह मंत्रालय ही लीड कर रहा है।

टीम में स्वास्थ्य, कृषि, रसायन और जल संसाधन मंत्रालय के एक्सपर्ट्स शामिल हैं। यह मौत की वजह की जांच के साथ ही आगे इस तरह की मौतें रोकने के लिए भी जरूरी कदम उठाएगी।

इससे पहले 15 जनवरी को रियासी जिले के सीनियर सुपरिटेंडेंट ऑफ पुलिस (SSP) गौरव सिकरवार ने SIT गठित की थी। 11 मेंबरों की SIT की अध्यक्षता सुपरिटेंडेंट ऑफ पुलिस (ऑपरेशन) वजाहत हुसैन कर रहे हैं।

…………………………..

रहस्यमयी बीमारी से जुड़ी ये खबर भी पढ़ें…

महाराष्ट्र के 3 गांवों के 60 लोग अचानक गंजे हुए; बच्चों से लेकर बुजुर्ग तक परेशान, सबसे ज्यादा महिलाएं प्रभावित

महाराष्ट्र के बुलढाना शहर में अजब बीमारी फैल रही है। यहां के 3 गांवों में अचानक 60 लोग गंजेपन का शिकार हो गए। शहर के शेगाव तहसील के बोंडगांव, कालवड़ और हिंगना गांवों में बच्चों से लेकर बूढ़ों तक सभी लोगों के बाल झड़ने लगे हैं। इससे सभी गंजे होते जा रहे हैं। पूरी खबर पढ़ें…

खबरें और भी हैं…



Source link

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

Exit mobile version