रीवा में अनंत चतुर्दशी के अवसर पर गणपति बप्पा मोरया, अगले बरस तू जल्दी आना के नारे के साथ गणेश प्रतिमाओं का विसर्जन किया गया। विसर्जन से पहले भव्य आरती और पूजा-अर्चना की गई।
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रीवा के प्रसिद्ध अमहिया के राजा के दरबार में गणपति को विदाई देने सैकड़ों की संख्या में श्रद्धालु पहुंचे। मंगलवार को अनंत चतुर्दशी के अवसर पर गणेश उत्सव का आखिरी दिन होने की वजह से गणपति विसर्जन किया गया। जहां दस दिवसीय गणेशोत्सव का समापन हो गया। शहर में उत्साह और उमंग के साथ लोग ढोल-नगाड़े और डीजे की धुन पर झूमते नाचते हुए लोग भगवान गणेश की प्रतिमाओं का विसर्जन करने प्रतिमा विसर्जन स्थल पर पहुंचे।
प्रतिमाओं का विसर्जन करने के लिए बीहर नदी में करहिया घाट में दो स्थानों पर व्यवस्था की गयी थी। इसी तरह बिछिया नदी में छतुरिहा घाट में किले के पास भी विसर्जन की व्यवस्था की गयी थी। इन स्थानों में कार्यपालिक मजिस्ट्रेट और पुलिस अधिकारियों के साथ पर्याप्त सुरक्षा बल भी तैनात रहा। विसर्जन स्थलों में गोताखोर,नाव और तैराक भी तैनात रहें। दोनों घाटों में नगर निगम का अमला साफ-सफाई और प्रकाश की व्यवस्था के लिए तैनात किया गया था। निर्धारित स्थलों में ही गणेश प्रतिमाओं का विसर्जन किया गया। असुरक्षित स्थानों पर प्रतिमा विसर्जन में हमेशा दुर्घटना की आशंका बनी रहती है। इसलिए प्रशासन ने सावधानी बरती। जिले भर में श्रद्धा और भक्ति के साथ गणेश पूजा की गई।