रेवाड़ी में गोवंश की मौत पर जुटे ग्रामीण।
हरियाणा के रेवाड़ी में केमिकलयुक्त पानी पीने से हुई गोवंश की मौत मामले में अब 2 कंपनियों के खिलाफ मामला दर्ज हो गया है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि पशुओं की मौत जहरीले पानी से हुई है। जिसके बाद बावल थाना पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है।
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रेवाड़ी के बावल स्थित 2 कंपनियों के द्वारा अपना केमिकलयुक्त पानी पाइप लगाकर खाली जमीन पर छोड़ा जा रहा था। खेड़ा मुरार गांव निवासी रणबीर व मनीष की गायों ने ये पानी पी लिया। पानी पीने के कुछ देर बाद ही इनकी मौत हो गई। मौत के बाद कंपनियों के गेट पर ग्रामीणों ने हंगामा किया था। जिसके बाद पशुपालन विभाग की टीम ने मौके पर पहुंचकर गायों का पोस्टमार्टम करवाया। पोस्टमार्टम रिपोर्ट अब आई है, जिसमें खुलासा हुआ है कि जहरीला पानी पीने से ही इनकी मौत हुई है।
2 कंपनियों के खिलाफ मामला दर्ज
खेड़ा मुरार गांव निवासी रणबीर व मनीष की शिकायत पर पुलिस ने JTKET व PJ FAB India Structures प्रबंधन के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। पुलिस ने धारा 325 BNS, दा वॉटर ( प्रीवेंशन एंड कंट्रोल ऑफ पाल्यूशन ) एक्ट 1974, दा एनवायरमेंट प्रोटेक्शन एक्ट 1986 के तहत यह कार्रवाई की है।
बिना एनओसी चल रही थीं कंपनी
जिन कंपनियों पर खुले में केमिकल युक्त पानी छोड़ने के आरोप लगे हैं, वो बिना एनओसी के चल रही थी। पॉल्यूशन बोर्ड के अधिकारियों ने कहा था कि उन्होंने घटना के बाद कंपनी सील कर दी हैं लेकिन मौके पर अभी भी कंपनियों में काम चल रहा है, उन्हें केवल नोटिस दिया गया हैद्ध।
अधिकारियों पर मिलीभगत के आरोप
बनीपुर गांव के ग्रामीणों ने कहा कि पॉल्यूशन विभाग के अधिकारी मिलीभगत से कंपनियों को चलवा रहे थे। जब ये कंपनियां यहां पर सालों से चल रही थी, तो क्या पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड अधिकारियों को नहीं पता था कि इनके पास एनओसी नहीं है। बिना एनओसी इतनी बड़ी कंपनियां चलाने वालों के खिलाफ कभी कोई कार्रवाई नहीं हुई है।