रोहतक के सिंचाई विभाग में धरने के दौरान नारेबाजी करते किसान।
रोहतक में अखिल भारतीय किसान सभा के सदस्यों ने सिंचाई विभाग में पानी की समस्या को लेकर धरना दिया। किसानों ने कहा कि सरकार झूठे वादे कर रही है। किसानों की आमदनी दोगुनी करने का वादा भी एक जुमला निकला। अब किसानों को सिंचाई व पीने का पानी भी नहीं मिल रहा।
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अखिल भारतीय किसान सभा के राज्य सचिव सुमित सिंह ने कहा कि किसानों को सिंचाई के लिए जितना मंजूरशुदा पानी मिलता था, उसमें लगातार कटौती की जा रही है। गांवों में लोगों को पीने के लिए भी पानी नहीं मिल रहा। गांवों में टैंकरों से पानी की पूर्ति हो रही है। हर घर नल से जल योजना केवल दिखावे की है, हकीकत में नलों से बूंद भी नहीं टपक रही।
सिंचाई विभाग में धरने पर बैठे किसान सभा के सदस्य।
पानी को बना दिया राजनीतिक मुद्दा सुमित सिंह ने कहा कि सरकार पानी के सवाल को राजनीतिक सवाल बनाकर किसानों को आपस में लड़वाने का काम कर रही है। भाखड़ा नंगल व्यास बोर्ड को सेंट्रल गवर्नमेंट ने अपने हाथों में लेकर पंजाब व हरियाणा के भाईचारे को तोड़ने का प्रयास किया। लेकिन किसानों ने समझदारी से काम किया और लड़ने की बजाय समस्या का समाधान करने का प्रयास किया।
सिंचाई भवन।
जहां पानी की समस्या, वहां पानी पहुंचाने के लिए नहीं उठा रहे कदम सुमित सिंह ने कहा कि हरियाणा के कुछ क्षेत्र ऐसे हैं जहां पानी अधिक होने के कारण परेशानी होती है। वहीं, कुछ क्षेत्रों में पानी की भयंकर समस्या है। अधिक पानी वाले क्षेत्रों से कम पानी वाले क्षेत्रों में पानी पहुंचाने के लिए कोई कदम नहीं उठाया जा रहा। अगर जलभराव वाले क्षेत्रों से पानी दूसरे क्षेत्रों में पहुंचाने की व्यवस्था की जाए तो समस्या का हल हो जाएगा।
सिंचाई विभाग में धरने पर बैठे किसानों को संबोधित करते हुए किसान नेता।
हर घर नल हर घर जल योजना केवल दिखावा सुमित सिंह ने कहा कि सरकार की हर घर नल से जल योजना केवल दिखावा मात्र है। लाखनमाजरा के गांवों में टैंकरों से पानी की सप्लाई हो रही है। नलों से पानी की एक बूंद भी नहीं टपक रही। जैसे सरकार ने किसानों की आमदनी 2022 में दोगुनी करने का वादा किया था, वैसे ही हर घर नल से जल योजना है। ना किसानों की आमदनी दोगुनी हुई और ना ही पानी मिल रहा।