आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद जानकारी देते पुलिस के सीनियर अधिकारी।
पंजाब के लुधियाना में फोकल पॉइंट पुलिस ने दो मजदूरों को गिरफ्तार कर एक कत्ल की गुत्थी सुलझा ली है। पुलिस के अनुसार मरने वाला व्यक्ति तांत्रिक था। जिन आरोपियों को पुलिस ने पकड़ा है, उनमें से एक को शक था कि उसके पिता की मौत जादू-टोना हो जाने के कारण हु
.
दोनों आरोपी पुलिस के जाल में फंस गए, जिनकी पहचान ढंढारी खुर्द की विशाखा कॉलोनी निवासी राहुल कुमार और मोहम्मद बसीर के रूप में हुई है। पुलिस पूछताछ में आरोपियों ने अपना जुर्म कबूल कर लिया है।
राहुल बिहार के भोजपुर का रहने वाला है, जबकि उसका साथी मोहम्मद बसीर उत्तर प्रदेश के बदायूं का रहने वाला है। मृतक बृजेश साहो (31) मध्य प्रदेश के टीकमगढ़ का रहने वाला था और यहां ढंडारी खुर्द में रहता था। वह जादू-टोना करने के साथ-साथ एक फैक्ट्री में मजदूरी का काम भी करता था।
मृतक बृजेश साहो
SHO अमनदीप सिंह बराड़ बोले…
फोकल पॉइंट थाने के SHO इंस्पेक्टर अमनदीप सिंह बराड़ ने बताया कि 20 दिसंबर को खाली प्लॉट से एक व्यक्ति का शव मिला था। पुलिस ने अज्ञात आरोपी के खिलाफ FIR दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। 23 दिसंबर को पुलिस ने पीड़ित की पहचान बृजेश साहू के रूप में की। इस बीच पुलिस को पता चला कि उसे आखिरी बार राहुल कुमार और उसके साथी मोहम्मद बसीर के साथ देखा गया था। पुलिस ने उन्हें घेर लिया। पूछताछ के दौरान आरोपियों ने अपना जुर्म कबूल कर लिया।
SHO बराड़ के मुताबिक राहुल कुमार ने बताया कि वह बृजेश साहू की जादू-टोना करने में मदद करता था। लेकिन उसके पिता मेघनाथ इसके खिलाफ थे और वह उसे बृजेश के साथ घूमने से रोकते थे। जिस कारण वह उसके पिता के पीछे-पीछे घूमने लगा। एक दिन बृजेश उसकी गैरमौजूदगी में उसके घर आया और उसके पिता की पिटाई की। इस दौरान उसने उसके पिता पर कुछ जादू-टोना भी किया। राहुल कुमार ने बताया कि उसके पिता बीमार हो गए और उन्हें इलाज के लिए बिहार भेजा गया, जहां 6 नवंबर को उनकी मौत हो गई।
पिता ने बेटे को बताई पिटाई की बात
मौत से पहले उसके पिता ने उसे घटना के बारे में बताया था, कि जब बृजेश ने उसकी पिटाई की और उसने उन पर कुछ जादू-टोना किया। राहुल ने बताया कि वह 17 दिसंबर को लुधियाना लौटा था। इंस्पेक्टर बराड़ ने बताया कि राहुल ने बताया कि बृजेश ने फोन पर उसके पिता की मौत के बारे में पूछा और बेशर्मी से कहा कि वह आज रात चिकन खाएगा। इससे वह भड़क गया और उसने बृजेश की हत्या की साजिश रची।
19 दिसंबर को शराब के नशा में गला रेत की थी हत्या
SHO बराड़ ने कहा कि 19 दिसंबर को उसने मोहम्मद बसीर के साथ मिलकर बृजेश को शराब के ठेके के पास मिला, वह पहले से ही नशे में था। उन्होंने शराब की बोतल खरीदी और उसे खाली प्लॉट पर ले गए। शराब पीने के बाद उन्होंने बृजेश को दबोच लिया और उसका गला रेत दिया।
उन्होंने शव को प्लॉट में फेंक दिया और फरार हो गए। इंस्पेक्टर ने बताया कि आरोपियों के खिलाफ फोकल पाइंट थाने में BNS की धारा 103 और 3 (5) के तहत एफआईआर दर्ज की गई है।