राजस्थान में कभी दहशत मचाने वाली आनंदपाल गैंग से जुड़े कई बदमाश अब लॉरेंस गैंग के नाम से काम कर रहे हैं। इसके उलट राजू ठेहट गैंग से जुड़े बदमाशों के भी अब लॉरेंस गैंग की दुश्मन पंजाब की बंबीहा (पंजाब) गैंग और दूसरे गैंगस्टर्स से हो रहे गठजोड़ के इनपुट भ
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हाल ही में धौलपुर के डकैत जितेन्द्र उर्फ जीतू चंबल की गिरफ्तारी के बाद पूछताछ में हुए खुलासों ने आनंदपाल गैंग और लॉरेंस गैंग के बदमाशों के इस खतरनाक सिंडिकेट को एक बार फिर सबके सामने ला दिया है। इससे जुड़े बदमाशों के पास AK-47 और विदेशी जिगाना पिस्टल जैसे मॉडर्न हथियार भी हैं।
संडे बिग स्टोरी में पढ़िए ये स्पेशल रिपोर्ट ……
खुद की शूटिंग रेंज भी बनाई 5 जून को एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स ने धौलपुर जिले के राजाखेड़ा इलाके में कार्रवाई कर जितेंद्र उर्फ जीतू चंबल और उसके पिता तेजपाल को गिरफ्तार किया था। इसके साथ ही पुलिस ने उनके कब्जे से कारतूस और मैगजीन समेत AK-47 बरामद की। पड़ताल में सामने आया कि पकड़ा गया बदमाश जीतू चंबल कुख्यात हिस्ट्रीशीटर रामदत्त उर्फ सोनू चंबल और शिवदत्त चंबल का भाई है। ये तीनों भाई पहले आनंदपाल गैंग के लिए ही काम करते थे।
चंबल के बीहड़ों में हथियार चलाने की प्रैक्टिस पुलिस पूछताछ में डकैत जीतू चंबल ने बड़ा खुलासा करते हुए बताया कि उसने अपने भाई रामदत्त उर्फ सोनू के साथ चंबल के बीहड़ों में एक शूटिंग रेंज भी बना रखी थी। यहां कई राज्यों के शार्प शूटर और गैंगस्टर किसी वारदात से पहले हथियार चलाने की प्रैक्टिस करने आते रहते हैं।
श्री राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना अध्यक्ष सुखदेव सिंह गोगामेड़ी और राजू ठेहट के हत्यारों ने भी यहीं प्रैक्टिस की थी। इन दोनों ही मर्डर की जिम्मेदारी लॉरेंस गैंग ने ली थी। पुलिस जांच में साफ हो गया था कि विदेश में बैठी आनंदपाल की बेटी चीनू उर्फ चरणजीत के इशारे पर ही राजू ठेहट की हत्या की गई थी।
जीतू चंबल की गिरफ्तारी के बाद हुई जांच में सामने आया कि उसके पास मिली AK-47 तीन महीने पहले हाथोज (जयपुर) निवासी गैंगस्टर शिवराज सिंह ने जयपुर में कालवाड़ रोड पर चूरू निवासी हिस्ट्रीशीटर जीतू जोड़ी से लेकर दी थी।
जयपुर से सप्लाई हुई AK-47 के कारण पकड़े गए डकैत जीतू ने कई राज खोले हैं।
ठेहट मर्डर में भी AK-47 का खुलासा हुआ था ठेहट मर्डर में भी पुलिस इन्वेस्टिगेशन में AK-47 के जयपुर पहुंचने की बात सामने आई थी। श्री राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना अध्यक्ष सुखदेव सिंह गोगामेड़ी मर्डर के बाद भी पुलिस को जगतपुरा (जयपुर) के एक फ्लैट में AK-47 होने की जानकारी मिली थी। कोटा के हथियार तस्कर महेंद्र ने पुलिस कार्रवाई से पहले ही AK-47 को दूसरी जगह शिफ्ट कर दिया और फरार हो गया था। अब पुलिस ये पता लगाने में जुटी है कि क्या गैंगस्टर जीतू चंबल से बरामद हुई ये वहीं AK-47 है या कोई दूसरी है? हिस्ट्रीशीटर जीतू जोड़ी से भी ये पता लगाया जा रहा है कि उसके पास ये AK-47 कहां से पहुंची थी।
क्या राजस्थान में बड़ी गैंगवार की तैयारी? इस कार्रवाई के बाद एक बार फिर से ये सवाल खड़े हो गए हैं कि क्या राजस्थान में बदमाश किसी बड़ी घटना को अंजाम देने की प्लानिंग कर रहे हैं? या बड़ी गैंगवार का खतरा है? और क्या इसी की गुपचुप तैयारी चंबल के बीहड़ों में बनाई शूटिंग रेंज में होने वाली थी?
ऐसा इसलिए क्योंकि अभी कुछ दिन पहले ही आनंदपाल सिंह के छोटे भाई मंजीतपाल सिंह को सोशल मीडिया के माध्यम से जान से मारने की धमकी मिली थी। आशंका जताई जा रही है कि धमकी देने वाला युवक राजू ठेहट गैंग से जुड़ा हुआ है। मंजीतपाल ने खुद को मिली धमकी को लेकर पुलिस में शिकायत भी दर्ज करा दी थी।
आनंदपाल सिंह के छोटे भाई मंजीतपाल ने धमकी मिलने के बाद पुलिस अधीक्षक नागौर को शिकायत भी दी थी।
मंजीतपाल और आनंदपाल सिंह गैंग से जुड़े कई लोगों के पंजाब के बंबीहा गैंग के टारगेट पर होने की भी जानकारियां सामने आती रही हैं। हाल ही में खुद को मंजीतपाल का सहयोगी बताने वाले शख्स ने दावा भी किया था कि पंजाब की बंबीहा गैंग और राजू ठेहट गैंग आपस में मिली हुई है। ढाई साल पहले पंजाब और उत्तराखंड से जुड़ी गैंग के दो शूटर्स ने मंजीतपाल पर हमला करने के मकसद से उनकी रेकी की थी। तब वो अपने मकसद में कामयाब नहीं हो पाए थे।
भास्कर ने हाल में हुए इन नए खुलासों के बाद पिछले कुछ सालों में हुई अलग-अलग गैंगवार और हत्याकांड की पड़ताल की तो इन खूंखार गैंग्स का एक-दूसरे को इस्तेमाल करने का नया गठजोड़ सामने आया। आनंदपाल गैंग के बदमाश राजस्थान में हो रही घटनाओं में सीधे इन्वॉल्व न होकर लॉरेंस और उसके गुर्गों की मदद से अपने दुश्मनों को मरवा रहे हैं। इसके बदले में ये बदमाश लॉरेंस के लिए फिरौती की वसूली के साथ ही उसके दुश्मनों को खत्म करने में उसका खुलकर साथ दे रहे हैं…
1. आनंदपाल के भाई के कहने पर फरारी काटी
मामले में पुलिस ने जीतू चंबल (सफारी सूट में) और उसके पिता तेजपाल (सफेद कुर्ता) को गिरफ्तार किया है। पूर्व डकैत रामदत्त ठाकुर तेजपाल का ही भाई है।
2 जून 2022 को धौलपुर के राजाखेड़ा में लॉरेंस बिश्नोई गैंग के दो गुर्गों दिनेश उर्फ गंगाराम जाट (20) और संदीप अहीर (20) को गिरफ्तार किया गया था। दोनों शूटर ने चंबल इलाके में आनंदपाल गैंग के सहयोगी पूर्व डकैत रामदत्त ठाकुर की शरण में फरारी काटी थी।
ये दोनों शार्प शूटर अलवर में लॉरेंस गैंग के किसी दुश्मन को मारने आए थे। हरियाणा पुलिस इनके पीछे पड़ी थी। तब लॉरेंस के भाई अनमोल के कहने पर आनंदपाल के भाई रूपेंद्रपाल उर्फ विक्की ने इनकी फरारी का इंतजाम करवाया था। पुलिस गिरफ्त में आए डकैत रामदत्त ने भी पूछताछ में कबूला था कि लॉरेंस के भाई अनमोल ने सिग्नल मैसेंजर ऐप से फोन कर दोनों की फरारी कटवाने को कहा था।
2. गैंगस्टर राजू ठेहट का मर्डर कुख्यात गैंगस्टर राजू ठेहट का सीकर में घर के बाहर मर्डर कर दिया गया था। इसकी जिम्मेदारी बीकानेर जिले के रहने वाले रोहित गोदारा और लॉरेंस गैंग ने ली थी। सोशल मीडिया पर पोस्ट में रोहित गोदारा ने इसे आनंदपाल और बलबीर बानूड़ा की मौत का बदला बताया था।
राजू ठेहट की घर के बाहर ही गोली मारकर हत्या कर दी गई थी।
पुलिस जांच में सामने आया कि इस हत्याकांड का मास्टरमाइंड कोई और नहीं, बल्कि दुबई में बैठी गैंगस्टर आनंदपाल की बड़ी बेटी चीनू ही है। दूसरा मास्टरमाइंड बलबीर बानूड़ा का बेटा सुभाष और तीसरा रोहित गोदारा है। इन्होंने पहले भी 4 बार ठेहट की मर्डर की साजिश रची, लेकिन हर बार नाकाम हो गए। पांचवीं बार में रोहित गोदारा के भेजे शूटर कोचिंग स्टूडेंट बनकर गए और 3 दिसंबर 2022 को हत्याकांड को अंजाम दिया।
3. सिद्धू मूसेवाला मर्डर में राजस्थान के गैंगस्टर्स का लिंक पंजाब कांग्रेस के नेता और पंजाबी गायक सिद्धू मूसेवाला की 29 मई 2022 को हत्या कर दी गई थी। हत्या का मास्टरमाइंड गोल्डी बराड़ था। इस मर्डर में भी राजस्थान की आनंदपाल गैंग से जुड़े रहे बदमाशों का लिंक खुलकर सामने आया।
पुलिस इन्वेस्टिगेशन में सामने आया कि शूटर्स को आर्थिक मदद से लेकर व्हीकल सपोर्ट राजस्थान से मिला था। हथियार भी जोधपुर के रास्ते भेजे गए थे। इतना ही नहीं शूटर्स की फरारी का इंतजाम भी राजस्थान के गैंगस्टर्स ने संभाल रखा था। रोहित गोदारा, कपिल पंडित, सुभाष बराल, अरशद खान समेत आनंदपाल गैंग से जुड़े कई बदमाशों के लिंक निकलकर आए थे।
4. डेरा प्रेमी प्रदीप सिंह की हत्या के आरोपी की जयपुर में फरारी पंजाब में श्री गुरु ग्रंथ साहिब की बेअदबी के आरोपी डेरा प्रेमी प्रदीप सिंह की हत्या में मामले में फरार रमजान खान उर्फ राज हुड्डा को पुलिस ने जयपुर के रामनगरिया इलाके से पकड़ा था।
वो फरारी के दौरान जयपुर के रामनगरिया इलाके में विनायक एन्क्लेव में किराए से कमरा लेकर रह रहे हनुमानगढ़ के रहने वाले दो भाइयों के पास रुका था। पुलिस पड़ताल में सामने आया कि गोल्डी के कहने पर ही यहां गैंगस्टर रितिक बॉक्सर ने राज हुड्डा की फरारी का इंतजाम किया था।
5. गोइंदवाल जेल में लॉरेंस के दुश्मनों को मारने वालों में राजस्थान का गैंगस्टर पंजाब के तरनतारन जिले की गोइंदवाल जेल में बंद कैदियों में हुई गैंगवार में सिंडिकेट सामने आया था। पंजाब के कुख्यात गैंगस्टर जग्गू भगवानपुरिया के दो खास गुर्गों मोहना मानसा और मनदीप तूफान को पीट-पीट कर मौत के घाट उतार दिया गया था।
ये दोनों मूसेवाला मर्डर केस के चलते जेल में बंद थे। कनाडा में बैठे गोल्डी बराड़ ने इस गैंगवार की जिम्मेदारी ली।
जेल में हुई इस गैंगवार में राजस्थान के चूरू जिले का गैंगस्टर अरशद खान लॉरेंस गैंग के दुश्मन जग्गू भगवानपुरिया के गुर्गों मोहना मानसा और मनदीप तूफान को मारने वालों में शामिल था। अरशद ने मूसेवाला के कत्ल के लिए शार्प शूटर्स को बोलेरो दी थी। इसी बोलेरो का कत्ल में इस्तेमाल हुआ था। चूरू के सरदारशहर का हिस्ट्रीशीटर अरशद कभी आनंदपाल की सहयोगी गैंग का पुराना सदस्य था।
क्यों बनाया नया सिंडिकेट? भास्कर पड़ताल में सामने आया कि गैंगस्टर को प्रोडक्शन वारंट पर और जेल ट्रांसफर पर एक स्टेट से दूसरे स्टेट में ले जाया जाता है, तब उसको जान का सबसे ज्यादा खतरा होता है।
लॉरेंस ने अपनी गैंग से जुड़े लोगों को प्रोटेक्ट करने के लिए हर स्टेट में कॉमन दुश्मन वाली गैंग से दोस्ती कर ली। ताकि उस स्टेट की किसी भी जेल में वहां के गैंगस्टर इनके लिए प्रोटेक्शन कवर का काम कर दें।
आनंदपाल के छोटे भाई रूपेन्द्र पाल उर्फ विक्की और अनमोल बिश्नोई उर्फ जैक में गहरी दोस्ती तब हुई जब दोनों अजमेर की हाई सिक्योरिटी जेल में बंद थे।
इस सिंडिकेट का फायदा लॉरेंस गैंग कई वारदातों में उठा चुकी है। ये जल्द से जल्द अपने सिंडिकेट को दूसरों से बड़ा करना चाहते हैं। यही कारण है कि हिंदी बेल्ट में फिरौती-मर्डर-गैंगवार की वारदातें लगातार बढ़ रही हैं।
ऐसे बना क्राइम का इंटरनेशनल सिंडिकेट 31 जुलाई 2021 को दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने आनंदपाल की कथित गर्लफ्रेंड और राजस्थान की लेडी डॉन अनुराधा को हरियाणा के रहने वाले दिल्ली-NCR के कुख्यात गैंगस्टर काला जठेड़ी के साथ उत्तराखंड से गिरफ्तार किया था।
तब पुलिस ने खुलासा कर बताया था कि अनुराधा ने लॉरेंस विश्नोई गैंग और काला जठेड़ी के साथ मिलकर न सिर्फ देश में बल्कि एक इंटरनेशनल क्राइम सिंडिकेट बना लिया है। ये सब कुछ एक बड़ी प्लानिंग के साथ किया गया था।
गैंगस्टर काला जठेड़ी ने अनुराधा के साथ शादी रचा ली थी।
सभी की गैंग के शूटर्स एक-दूसरे के साथ मिलकर काम कर रहे थे। इस क्राइम सिंडिकेट ने महज एक साल में ही राजस्थान, पंजाब, हरियाणा और दिल्ली एनसीआर सहित यूपी में 20 से ज्यादा मर्डर की वारदातों को अंजाम दिया है, जो इनके दुश्मन थे।
इस सिंडिकेट में कुख्यात बदमाश वीरेंद्र प्रताप उर्फ काला राणा (करनाल, हरियाणा) थाईलैंड से, सतेंद्रजीत सिंह उर्फ गोल्डी बरार (मुक्तसर, पंजाब) कनाडा से और मोंटी निवासी पंजाब, UK से गैंग की मदद कर रहे थे।
सूत्र भी बताते हैं कि आनंदपाल के भाई मंजीतपाल और रूपेंद्रपाल दोनों ही एक-एक कर जेल से छूट कर बाहर आ गए हैं। वो अब पॉलिटिक्स और समाजसेवा में जाने की तैयारी में हैं। ऐसे में अब राजस्थान में हो रहे क्राइम में आनंदपाल गैंग से जुड़े अधिकतर बदमाशों ने लॉरेंस गैंग का मास्क पहन लिया है।