धनबाद, 27 दिसंबर 2024: धनबाद रेलवे स्टेशन और बस पड़ाव पर आम जनता के लिए लगाए गए वाटर एटीएम अब निजी दुकानों और वीआईपी उपयोग के लिए आरक्षित कर दिए गए हैं। यह मामला नगर निगम की लापरवाही और सार्वजनिक संपत्तियों के दुरुपयोग का गंभीर उदाहरण बनकर सामने आया है।
वंदे भारत न्यूज़ की रिपोर्ट ने इस मामले को उजागर किया, जिसके बाद नगर आयुक्त ने तत्काल संज्ञान लेते हुए जांच और कार्रवाई के आदेश दिए हैं। जानकारी के अनुसार, शहर में कुल 9 वाटर एटीएम हैं, जिनमें से 2 बंद पड़े हैं और 7 चालू हैं। हालांकि, इनमें से अधिकांश एटीएम अब आम जनता की पहुंच से बाहर हैं और निजी उपयोग में आ गए हैं।
जेएमएम के महानगर अध्यक्ष जे.पी. वालिया ने कहा, “वाटर एटीएम का मुख्य उद्देश्य जनता को सस्ती दर पर स्वच्छ पेयजल उपलब्ध कराना था। लेकिन अब ये निजी दुकानों और वीआईपी उपयोग के लिए आरक्षित हो गए हैं, जो नगर निगम की घोर लापरवाही को दर्शाता है।””सार्वजनिक संपत्तियों के दुरुपयोग” का मामला बताते हुए नगर निगम से तत्काल कार्रवाई की मांग की। उन्होंने चेतावनी दी, “यदि इन वाटर एटीएम को जनता के लिए जल्द बहाल नहीं किया गया, तो हम विरोध प्रदर्शन करेंगे।”
वंदे भारत न्यूज़ की रिपोर्ट के बाद नगर आयुक्त ने सभी वाटर एटीएम की जांच के निर्देश दिए और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करने की बात कही है। उन्होंने आश्वासन दिया है कि सभी वाटर एटीएम को उनके असली उद्देश्य के लिए जल्द ही बहाल किया जाएगा।
स्थानीय निवासियों ने नगर निगम से त्वरित और ठोस कदम उठाने की अपील की है। उनका कहना है कि यदि इन सार्वजनिक सुविधाओं को शीघ्र बहाल नहीं किया गया, तो व्यापक स्तर पर प्रदर्शन किया जाएगा।
अब यह देखना होगा कि नगर निगम इस मामले पर क्या कदम उठाता है। क्या सार्वजनिक सुविधाओं को उनके असली उद्देश्य के लिए बहाल किया जाएगा, या यह मामला भी अन्य लापरवाहियों की तरह दबा रह जाएगा? जनता की नजरें अब नगर निगम की कार्रवाई पर टिकी हैं।