वाराणसी के लालपुर में पुलिस की मौजूदगी में हमले के बाद पहुंची पीड़िता।
वाराणसी में बुधवार रात दबंगों ने पुलिस की मौजूदगी में महिला और उसकी बेटी समेत परिवार पर हमला बोल दिया। लालपुर थाना क्षेत्र में सरेराह धारदार हथियार से पूरे परिवार पर ताबड़तोड़ वार किए। महिलाओं पर लाठी डंडे भी चलाए और 4 लोगों को गंभीर रूप से घायल कर दिय
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पूर्व किराएदार ने पुराने विवाद के चलते मकान मालिकन महिला और उसकी बेटी को भी पीटा, उन्हें बचाने आए परिजनों पर भी हमलावर हो गए। पीड़िता ने लालपुर पुलिस को तहरीर दी लेकिन पुलिस उसे घंटों देर रात तक इंतजार कराती रही। महिला की गुहार के बाद पुलिस ने एक आरोपी को हिरासत में लिया, वहीं घायलों को इलाज और मेडिकल के लिए दीनदयाल अस्पताल लेकर पहुंची। दूसरी ओर हमले के बाद पूरा परिवार डरा-सहमा है।
वारदात के बाद डायल 112 की टीम महिला और उसके परिजनों को लेकर अस्पताल पहुंची।
लालपुर पांडेयपुर थाना क्षेत्र के नई बस्ती निवासी सुशीला देवी के पति गुलाब पटेल की मौत कुछ साल पहले हो गई थी। इसके बाद सुशीला मकान को किराए पर देकर गुजारा कर रही हैं। कुछ महीने पहले सिमरन को कमरा किराए पर दिया था लेकिन बाद में खाली करवा लिया।
कमरा खाली कराने के दौरान किराएदार और मकान मालिक में कुछ विवाद भी हुआ था, हालांकि तब मामला निपट गया। किराएदारों के विवाद की सूचना पर पुलिस ने सरपंच बनकर सुलह करवा दी लेकिन मन में कसक बनी रही।
बुधवार की रात सुशीला अपनी बेटी खुशबू पटेल के साथ मोबाइल सही करवाने निकली थी तभी पंचक्रोशी रोड पर सिमरन और उसकी रिश्तेदार पिंकी ने रास्ता रोककर मां-बेटी मारपीट की, उसके बाल पकड़कर नोच दिए और कई थप्पड़ जड़ दिए।
बेटी और मां के शोर मचाने पर दोनों चली गई, इधर पीड़िता ने परिजनों, रिश्तेदारों और डायल 112 पर सूचना देकर पुलिस को सूचना दी। मामले की जानकारी के बाद पीआरवी की कार घटनास्थल पर पहुंची और मामला समझा।
लालपुर में महिला पर हमले के बाद थाने पर जुटे परिजन।
पुलिस के सामने ही चलाए हथियार-लाठी
महिला-बेटी और पुलिस के साथ अपने घर जाने लगी तो किराएदार के साथ उसके बुलाए 10-12 हमलावरों ने रास्ता रोक लिया। चाकू, लाठी डंडों समेत अन्य हथियार लेकर पहुंचे दबंगों ने हमला बोल दिया। हमलावरों में नसीम खान, समीर खान, सिमरन और पीको भी शामिल थे।
पुलिस की मौजूदगी में पीड़िता और उसके परिजनों को जमकर पीटा। पुलिस के बीच बचाव में महिला तो बच गई लेकिन उसके भाई सूरज पटेल, लकी पटेल और उसके दोस्तों को गहरी चोटें आई। सिर, हाथ और शरीर पर अन्य जगह गहरे घाव हो गए और चार लोग लहूलुहान हो गए।
धारदार हथियार से हमले के बाद मौके पर अफरातफरी मच गई। चीख पुकार के बीच पुलिस ने हमलावर समीर खान को हिरासत में ले लिया, अन्य लोग मौका पाकर भाग निकले।
पीड़िता ने थाने पहुंचकर तहरीर लिखी और पुलिस से कार्रवाई की बात कही। बताया कि अगर पहले ही पुलिस ने समझौते की जगह पूर्व किराएदारों को जेल भेजा होता तो आज शायद हमला नहीं होता।