भिंड के फूप कस्बे में शादी के 24वें दिन पति ने आत्महत्या कर ली, जिससे नई नवेली दुल्हन विधवा हो गई। इस घटना ने पूरे इलाके को हिला कर रख दिया। मामले में नया मोड़ तब आया जब मृतक का एक पत्र परिवारजनों को मिला। यह पत्र उसने अपने जीजा के घर लिखा था, जिसमें
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अब शोकाकुल परिवार ने नई नवेली दुल्हन को अपशब्दों से संबोधित करना शुरू कर दिया है। मामला यहीं तक सीमित नहीं रहा। जब घटना हुई, तब दुल्हन अपने मायके में थी। पति के अंतिम दर्शन के लिए जब वह ससुराल पहुंची, तो वहां उसके साथ मारपीट करने की कोशिश की गई, लेकिन पुलिस की सतर्कता से यह घटना टल गई। अब दोनों परिवारों के बीच तनाव बढ़ गया है और वे एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगा रहे हैं।
शादी के बाद बिगड़ा तालमेल
मामला भिंड के चतुर्वेदी नगर का है, जहां रहने वाली दीप्ति शिवहरे की शादी फूप कस्बे के रहने वाले सतीश शिवहरे से 21 जनवरी को हुई थी। सतीश, सीधी जिले में शिक्षा विभाग में वर्ग-दो शिक्षक के पद पर कार्यरत था।
शादी के बाद दीप्ति चार दिन ससुराल में रही और सब कुछ सामान्य था। चौथी की रस्म के बाद वह मायके आ गई। 3 फरवरी को सतीश अपनी पत्नी को लेने भिंड पहुंचा, लेकिन वहां उसकी ससुराल वालों से किसी बात को लेकर कहासुनी हो गई। इसके बावजूद वह अपनी पत्नी को लेकर सीधी चला गया, जहां दीप्ति सात दिन तक रही।
वहीं, दोनों के बीच कुछ विवाद होते रहे। इसके बाद दीप्ति ने अपने भाई को सीधी बुलाया और पति की मर्जी के बिना मायके चली आई। सतीश इस फैसले से नाखुश था। 13 फरवरी को सतीश अपने जीजा के घर भिंड पहुंचा और वहां एक शिकायत पत्र लिखा, जिसे थाना प्रभारी देहात को संबोधित किया गया था। 14 फरवरी को सतीश ने घर के अंदर फांसी का फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली थी।
मृतक का पत्र
श्रीमान महोदय, देहात थाना प्रभारी विषय— मेरी पत्नी मेरी बिना मर्जी के मायके आ गई है।
निवेदन है कि मेरी पत्नी बिना मेरी मर्जी के मायके चली गई है और दहेज एक्ट में फंसाने की धमकी दे रही है। वह कहती है कि झूठे केस में फंसा दूंगी और मेरी मां को भी पीटूंगी। उसने कुछ गहने भी साथ ले लिए हैं और क्लेश के कारण मुझसे दस हजार रुपए भी डलवा लिए हैं।
इसके नीचे सतीश के हस्ताक्षर हैं।
सतीश शिवहरे का फाइल फोटो।
नई दुल्हन दीप्ति बोली- पति पर था कर्ज
दैनिक भास्कर से बातचीत में दीप्ति ने बताया कि उसके पति तनाव में थे और वे इस तनाव को सहन नहीं कर सके, जिसके कारण उन्होंने आत्महत्या कर ली। अब ससुराल वाले उस पर आरोप लगा रहे हैं और उसे ‘डायन’, ‘कुलटा’ और ‘हत्यारी’ कह रहे हैं।
उसका कहना है कि जब वह पति के अंतिम संस्कार में शामिल होने गई, तो ससुरालवालों ने उसके साथ मारपीट की और अपमानित करके भगा दिया। पुलिस के समय पर पहुंचने से उसकी जान बच सकी।
दीप्ति ने बताया कि शादी के समय वह चार दिन तक पति के साथ रही। फिर 3 फरवरी को पति के साथ सीधी चली गई। इसके बाद मायके लौट आई। जब वह ससुराल में थी, तब पति लगातार कर्ज चुकाने के लिए उसके माता-पिता से पांच लाख रुपए मांगने का दबाव बना रहे थे।
दीप्ति का कहना है कि उसके पिता कैंसर और किडनी की बीमारी से पीड़ित हैं। शादी में पहले ही बहुत खर्च हो चुका था, ऐसे में वह अपने माता-पिता से पैसे नहीं मांग सकती थी। इसी कर्ज को लेकर 14 फरवरी को उसके पति ने आत्महत्या कर ली।
बेटे की मौत के बाद मां का रो रोकर बुरा हाल। परिवार जन शोकाकुल।
मां बोली- बहू ने बेटे को पास भी नहीं आने दिया
बेटे की मौत से दुखी सावित्री (सतीश की मां) का कहना है कि बहू दीप्ति ही उनके बेटे की मौत की जिम्मेदार है। उन्होंने आरोप लगाया कि दीप्ति उनके बेटे को मानसिक प्रताड़ना देती थी। वह उससे हमेशा पैसे मांगती थी, उसके पास भी नहीं रुकती थी। वह बेटे को अपने पास भी नहीं आने देती थी।
मृतक की मां ने यह भी कहा कि दीप्ति और उसके परिवार के लोग सतीश को गालियां देते थे और जान से मारने की धमकी तक देते थे। उन्होंने कहा कि सतीश पर शादी का कर्ज जरूर था, लेकिन इसे धीरे-धीरे चुका दिया जाता। असली समस्या उसकी पत्नी थी, जिसने उसे इतना प्रताड़ित किया कि वह आत्महत्या करने पर मजबूर हो गया।
मृतक का भाई रामू समेत नाते रिश्तेदार।
अंतिम संस्कार में हंगामा
सतीश के अंतिम संस्कार में शामिल होने आई दीप्ति के साथ मारपीट के आरोपों पर मृतक की मां सावित्री ने कहा-
“जिस लड़की की वजह से मेरे बेटे ने आत्महत्या कर ली, वह मेरी बहू हो ही नहीं सकती। ऐसी लड़की को मैं और मेरा परिवार अपने घर में कैसे बर्दाश्त कर सकते हैं? वह अंतिम संस्कार में शामिल होने नहीं आई थी, बल्कि पूरे माहौल का वीडियो बना रही थी।”
परिजनों का कहना है कि आत्महत्या से पहले यह पत्र लिखा था।
पुलिस जांच जारी
फूप टीआई सतेंद्र राजपूत का कहना है कि इस मामले की जांच की जा रही है। ससुराल पक्ष बहू पर मानसिक प्रताड़ना का आरोप लगा रहा है। फिलहाल मर्ग कायम कर लिया गया है और परिजनों के बयान दर्ज किए जाएंगे। इन्हीं बयानों के आधार पर आगे की विवेचना की जाएगी।