शिमला में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के ढाई करोड़ रुपए की रिश्वत मामले में बड़ा खुलासा हुआ है। सीबीआई ने अपने ही विभाग के डीएसपी बलबीर सिंह को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी डीएसपी को कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उन्हें एक दिन का रिमांड मिला है।
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मामले में नया मोड़ तब आया जब ईडी के सहायक निदेशक विशालदीप ने डीएसपी पर रिश्वत राशि का 10 प्रतिशत कमीशन मांगने का आरोप लगाया। विशालदीप ने इस संबंध में सीबीआई निदेशक को 15 पेज की शिकायत भेजी थी, जिसमें उन्होंने दावा किया कि डीएसपी ने ही उन्हें रिश्वत मांगने के लिए उकसाया था। CBI ने कार्रवाई करते हुए बीते कल अपने DSP को गिरफ्तार किया था और आज उसे कोर्ट में पेश किया जहां से उसे एक दिन का रिमांड मिल गया है।
1.10 करोड़ रुपए बरामद किए गए पूरा मामला हिमाचल के शिक्षण संस्थान संचालकों से जुड़ा है, जिसमें धन शोधन की जांच चल रही थी। चंडीगढ़ सीबीआई ने विशालदीप के खिलाफ दो एफआईआर (नंबर 33 और 34) दर्ज की हैं। इस मामले में पहले ही विशालदीप के भाई विकासदीप और नीरज को गिरफ्तार किया जा चुका है। दोनों से करीब 1.10 करोड़ रुपए बरामद किए गए हैं।
विशालदीप की गिरफ्तारी से पहले, जब वह फरार चल रहे थे, उन्होंने 3 जनवरी को सीबीआई निदेशक को विस्तृत शिकायत भेजी थी। इस शिकायत में उन्होंने सीबीआई के डीएसपी और दो अन्य लोगों पर गंभीर आरोप लगाए थे, जिन्होंने उनके खिलाफ केस दर्ज करवाया था।
10 प्रतिशत कमीशन मांगने का आरोप डीएसपी ने उसे जांच के दौरान बहुत बार अलग-अलग जरिए से संपर्क करने का भी प्रयास किया था। इसके बाद वह उसे मोहाली और शिमला माल रोड पर भी मिला था। इसी दौरान डीएसपी ने उसे शिक्षण संस्थानों के संचालकों से रिश्वत लेने के लिए उकसाया और उससे रिश्वत के पैसों में से 10 प्रतिशत कमीशन देने के लिए भी कहा था।
पूछताछ के दौरान बिगड़ गई थी तबीयत रिमांड पर चल रहे विशालदीप से सीबीआई ने उसके द्वारा डीएसपी के खिलाफ दी गई शिकायत को लेकर पूछताछ की। विशालदीप ने जांच टीम को डीएसपी के बारे में बताया कि किस तरह उसे रिश्वत मांगने के लिए उकसाया और उसे बाद में शिक्षण संस्थान संचालकों के साथ मिलकर झूठे रिश्वत के केस में फंसाया गया है।
इन आरोपों को लेकर सोमवार को सीबीआई द्वारा अपने विभाग के डीएसपी को पूछताछ के लिए कार्यालय में बुलाया गया और विशालदीप द्वारा लगाया गया आरोपों को लेकर सवाल-जवाब किए गए।
डीएसपी की बिगड़ी तबीयत सूत्रों के मुताबिक डीएसपी ने विशालदीप द्वारा लगाए गए सारे आरोपों को सिरे से नकार दिया था। लेकिन जांच टीम ने जब कहा कि विशालदीप के पास कमीशन मांगने के सबूत तो पूछताछ के दौरान ही डीएसपी की तबीयत बिगड़ गई। जिसके बाद आनन फानन में सीबीआई की टीम डीएसपी को सेक्टर 32 अस्पताल में लेकर गई थी जहां उसका इलाज करवाया गया।